- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- सलाद के रूप में घास...
x
सलाद (salad) विटामिन, खनिज और फाइबर प्राप्त करने का एक अच्छा तरीका हो सकता है। हालांकि, सभी सलाद स्वस्थ या पौष्टिक नहीं होते हैं। यह इस बात पर निर्भर करता है कि सलाद में क्या है। थोड़ी मात्रा में ड्रेसिंग और टॉपिंग जोड़ना ठीक है। लेकिन यदि आप इसमें कच्चे रंगीन सब्जियों, उच्च वसा या उच्च-चीनी मिलाते हैं, तो सलाद आपकी दैनिक कैलोरी, वजन, पेट में गड़बड़ी को बढ़ा सकता है।
सलाद को कच्चा खाना
आयुर्वेद एक्सपर्ट बताती हैं कि आप कच्चे सलाद का आनंद तभी ले सकते हैं जब आपकी पाचन शक्ति बहुत मजबूत हो। लेकिन सबके साथ ऐसा नहीं होता है। अधिकांश लोग पेट संबंधित परेशानियों से ग्रसित होते हैं। जिसका असर उनके पाचन शक्ति पर भी पड़ता है। ऐसे में आयुर्वेद फलों को छोड़कर हमेशा पके और गर्म खाद्य पदार्थों का ही सेवन करने की सलाह देता है। सिर्फ खीरा, ककड़ी और गाजर को ही कच्चा खाने से नुकसान नहीं होता है।
बिना उबाले हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन
आयुर्वेद एक्सपर्ट बताती हैं कि हरे और कच्चे सलाद, विकमजोर पाचन वालों के आंत्र सिंड्रोम को ट्रिगर कर सकते हैं। यहां तक कि कुछ लोगों के लिए सूजन और गैस का कारण बन सकते हैं। याद रखें कि पौधे इंसानों की तरह ही गैस छोड़ते हैं, यही कारण है कि आपको कम से कम उन्हें उबाल कर खाना चाहिए। पत्तेदार हरी सब्जियों को उबालकर खाने से आपका शरीर पोषक तत्वों को बिना किसी साइड इफेक्ट को अवशोषित कर पाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सब्जियों में कई तरह के परजीवी पाए जाते हैं जो पेट में संक्रमण, आंत के अस्तर में जलन पैदा कर सकते हैं।
इस समय सलाद फायदेमंद
सलाद खाने का सबसे अच्छा समय दोपहर होता है। इस समय तापमान थोड़ा गर्म होता है, जिससे पाचन अग्नि अपने चरम पर होती है। इस समय सलाद को पचाने में ज्यादा कठिनाई नहीं होती है।
ताजा सलाद ही खाएं
सलाद को तैयार करके तुरंत खाएं। उन्हें एक घंटे से अधिक समय तक छोड़ देने पर वे अपना प्राण या महत्वपूर्ण शक्ति खो देते हैं। जिससे आपके पाचन तंत्र में विषाक्त पदार्थ पैदा होने लगती है।
फ्रूट्स और वेजिटेबल को साथ में खाना
आयुर्वेद एक्सपर्ट सलाह देती हैं कि सब्जियों और फलों को कभी भी साथ में मिलाकर न खाएं। क्योंकि उन्हें पचाने के लिए आपके लीवर को दो अलग-अलग पाचक एंजाइमों की आवश्यकता होती है। जहां, सब्जियों को आपके सिस्टम में पूरी से समायोजित होने के लिए 6 घंटे की आवश्यकता होती है। वहीं, फल को आपके शरीर में पूरी तरह से पचने के लिए 3 घंटे की आवश्यकता होती है।
Rani Sahu
Next Story