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ब्लड प्रेशर को लेकर कहीं आप भी तो नहीं हैं इन गलतफहमियों के शिकार

Bhumika Sahu
12 March 2022 7:11 AM GMT
ब्लड प्रेशर को लेकर कहीं आप भी तो नहीं हैं इन गलतफहमियों के शिकार
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बीपी की समस्या आजकल कॉमन है. ज्यादातर लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं. लेकिन इससे ज्यादा बड़ी परेशानी ये है कि आज के समय लोग तमाम भ्रांतियों के शिकार हैं. ये भ्रांतियां उनके जीवन के लिए खतरा पैदा कर सकती हैं. यहां जानिए इन भ्रान्तियों का सच.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। आजकल ब्लड प्रेशर (Blood Pressure) की समस्या बहुत कॉमन है. युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक बीपी की समस्या देखने को मिल जाएगी. किसी का ब्लड प्रेशर काफी लो हो जाता है तो किसी को हाई बीपी की परेशानी होती है. सेहत के लिहाज से दोनों ही समस्याएं आपके जीवन के लिए बड़ी परेशानी हैं. लो बीपी में शरीर के अंगों में सही तरह से खून की सप्लाई नहीं होती है, जिसके कारण कई बार बेहोशी की स्थिति भी आ जाती है. वहीं हाई बीपी को तो साइलेंट किलर (Silent Killer) कहा जाता है. हाई बीपी को हार्ट अटैक के बड़े कारणों में से एक माना जाता है. इसके अलावा हाई बीपी की वजह से स्ट्रोक (Stroke) और किडनी फेलियर जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं.

आजकल सोशल मीडिया पर हर बीमारी को लेकर ज्ञान परोसा जाने लगा है, जिसके कारण ब्लड प्रेशर को लेकर भी लोग तमाम भ्रांतियों के ​भी शिकार हो गए हैं. ये स्थिति उनके जीवन को भी खतरे में डाल सकती है. यहां जानिए ऐसी ही कुछ भ्रांतियों का सच, ताकि आप भविष्य में किसी भी समस्या से खुद को आसानी से बचा सकें.
नमक के कम सेवन से हाई ब्लड प्रेशर होता कंट्रोल
एक आम धारणा है कि नमक कम खाने से हाई बीपी कंट्रोल होता है. देखा जाए तो सेहत के लिहाज से ज्यादा नमक खाना ही नहीं चाहिए. ये भी सच है कि हाई बीपी वालों के लिए ज्यादा नमक हानिकारक है. लेकिन सिर्फ नमक कम कर देना, आपके हाई बीपी का समाधान नहीं है. नमक कम खाने के साथ इसके लिए आपको अपने लाइफस्टाइल को बदलने की भी जरूरत है, तभी इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है.
गुस्सा आने पर बीपी बढ़ता है
कुछ लोगों का मानना है कि गुस्सा आने से बीपी बढ़ जाता है. लेकिन मेडिकल साइंस इसे गलत मानती है. गुस्सा आने पर कभी भी बीपी नहीं बढ़ता है. मेडिकल साइंस गुस्से और बीपी के बीच कोई संबन्ध नहीं मानती. तमाम स्टडीज बताती हैं कि हाई बीपी का बड़ा कारण तनाव है. आज के समय में युवाओं में हाई बीपी की समस्या इसी कारण बढ़ी है क्योंकि उन पर काम का बोझ ज्यादा है और वे इसके कारण अक्सर तनाव की स्थिति में रहते हैं. इसलिए अपने तनाव को कंट्रोल करें.
लो बीपी वालों को कॉफी पीनी चाहिए
कहा जाता है कि लो बीपी वालों को कॉफी पीनी चाहिए, इससे ब्लड प्रेशर मेंटेन रहता है. लेकिन ये धारणा गलत है. कॉफी में कैफीन होता है जो आपके शरीर में कई परेशानियों को बढ़ा सकता है. लो बीपी होने पर आप बेशक कॉफी पी लें, लेकिन कॉफी को इसके कारण अपनी आदत का हिस्सा न बनाएं. ये ब्लड प्रेशर का इलाज नहीं है. हाई बीपी के मरीजों को तो कॉफी से पूरी तरह परहेज करना चाहिए.
लो ब्लड प्रेशर खतरनाक नहीं होता
तमाम लोग कहते हैं कि लो ब्लड प्रेशर खतरनाक नहीं होता, लेकिन ये पूरा सच नहीं है. सामान्य मामलों में लो ब्लड प्रेशर बेशक बड़ी समस्या नहीं है, लेकिन अगर व्यक्ति किसी बीमारी से ग्रसित है, तो लो ब्लड प्रेशर उसके जीवन को भी खतरे में डाल सकता है. प्रेगनेंसी के मामलों में भी लो बीपी और हाई बीपी, दोनों ही स्थितियां खतरनाक हो सकती हैं.


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