लाइफ स्टाइल

मीट के अलावा ये खाने से भी होंगी हड्डियां दुरुस्त

Manish Sahu
11 Sep 2023 4:56 PM GMT
मीट के अलावा ये खाने से भी होंगी हड्डियां दुरुस्त
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लाइफस्टाइल: असल में हड्डियों की सेहत को दुरुस्त रखने में रेगुलर एक्सरसाइज के साथ-साथ खानपान भी अहम भूमिका निभाती है। इस संदर्भ में यूनिवर्सिटी ऑफ हेलिंस्की के रिसर्चरों के मुताबिक किए गए एक रिसर्च के हवाले से अपनी डाइट में रेड और प्रोसेस्ड मीट की जगह प्रोटीन युक्त दलहन और मटर आदि को शामिल करना प्रभावी साबित होता है। रिसर्चरों के मुताबिक ये फूड आइटम्स शरीर तक ना सिर्फ सफिशिएंट क्वांटिटी में अमीनो एसिड पहुंचाते हैं, बल्कि इस बात की भी तसदीक करते हैं कि हड्डियों के मेटाबॉलिज्म पर किसी भी तरह का नकारात्मक असर ना पड़े।
प्रोटीन युक्त दलहन और मटर खाने से हड्डियों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। प्रोटीन हड्डियों के निर्माण और मरम्मत के लिए जरूरी है। दलहन और मटर में प्रोटीन की मात्रा अच्छी होती है। इसके अलावा, दलहन और मटर में कैल्शियम, मैग्नीशियम और फास्फोरस जैसे खनिजों की भी अच्छी खासी मात्रा होती है। ये खनिज भी हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होते हैं।
इस अध्ययन में पाया गया कि जिन महिलाओं ने अपने आहार में नियमित रूप से दालें और मटर शामिल की है, उनकी हड्डियों का घनत्व उन महिलाओं की तुलना में अधिक था जो ऐसा नहीं करती थीं। साथ ही जिन पुरुषों ने अपने आहार में रेग्युलरली मटर और दालें शामिल की, उनकी हड्डी की ताकत उन पुरुषों की तुलना में अधिक थी जो ऐसा नहीं करते थे।
दलहन और मटर का नियमित सेवन हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। यह ऑस्टियोपोरोसिस, एक ऐसी स्थिति जो हड्डियों को कमजोर और भंगुर बना देती है, इसके जोखिम को कम करने में भी मदद कर सकता है।
इन सुझावों का पालन करके, आप अपने आहार में प्रोटीन युक्त दलहन और मटर की मात्रा बढ़ा सकते हैं और अपनी हड्डियों के स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं। मीट भी प्रोटीन युक्त होते हैं पर अगर आप शाकाहारी हैं तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। आप अपने खान-पान में दलहन और मटर का भी इस्तेमाल कर के हड्डियों को दुरुस्त बना सकते हैं।
मीट का अधिक सेवन करना क्यो होता है नुकसानदेह?
मीट का अधिक सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि इसमें सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है। सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल दिल की बीमारी, स्ट्रोक और कई स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। मीट में प्रोटीन भी होता है, जो स्वस्थ है। लेकिन, बहुत अधिक प्रोटीन भी आपके गुर्दे पर दबाव डाल सकता है।
मीट में सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक पाई जाती है। सैचुरेटेड फैट ब्लड में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ा सकता है, जिससे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
मीट में सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होती है। कोलेस्ट्रॉल ब्लड वेसेल्स को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।
कुछ प्रकार के मीट, जैसे कि लाल मांस और प्रोसेस्ड मीट, कुछ प्रकार के कैंसर से जुड़े हो सकते हैं।
मीट में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है। लगातार मीट खाने से मोटापा भी बढ़ सकता है।
बहुत अधिक प्रोटीन खाने से आपके गुर्दे पर दबाव पड़ सकता है।
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