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क्रोध गर्भ में पल रहे बच्चे के मानसिक विकास को रोकता है,जानिए

Admin4
9 March 2021 10:39 AM GMT
क्रोध गर्भ में पल रहे बच्चे के मानसिक विकास को रोकता है,जानिए
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प्रेगनेंसी का दौर पति-पत्नी के लिए कई उतार-चढ़ाव लेकर आ सकता है. एक तरफ जहां नए मेहमान के आने की खुशी दंपति को सुखद अहसास देती है, वहीं नई जिम्मेदारी की वजह से तमाम चुनौतियां भी सामने होती हैं

जनता से रिश्ता वेब डेस्क| नए मेहमान के आने की खुशी दंपति को सुखद अहसास देती है, वहीं नई जिम्मेदारी की वजह से तमाम चुनौतियां भी सामने होती हैं, जिसकी वजह से कई बार पति-पत्नी में झगड़े होते हैं. ये झगड़े महिला में तनाव की स्थिति पैदा करते हैं जिसका असर बच्चे पर होता है.


गर्भस्थ शिशु को नुकसान पहुंचा सकता है प्रेगनेंसी के दौरान झगड़ा
प्रेगनेंसी का दौर पति-पत्नी के लिए कई उतार-चढ़ाव लेकर आ सकता है. एक तरफ जहां नए मेहमान के आने की खुशी दंपति को सुखद अहसास देती है, वहीं नई जिम्मेदारी की वजह से तमाम चुनौतियां भी सामने होती हैं, जिसकी वजह से कई बार पति-पत्नी के बीच शिकायतों का अंबार लग जाता है और आपसी झगड़े शुरू हो जाते हैं.

शारीरिक और मानसिक तौर पर कई बदलावों से गुजर रही महिला को लगता है कि उसका पति संवेदनशील नहीं है और उसका ठीक से खयाल नहीं रखता. वहीं कई बार प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले खर्चे आर्थिक बजट को हिला देते हैं, जिसकी वजह से दोनों के बीच तकरार हो जाती है. ये झगड़े महिला के अंदर गुस्सा, डिप्रेशन और चिंता को बढ़ाते हैं, जिसका सीधा असर गर्भस्थ शिशु पर पड़ता है.

आईक्यू लेवल पर पड़ता असर

क्रोध गर्भ में पल रहे बच्चे के मानसिक विकास को रोकता है, इसके अलावा इससे बच्चे का आईक्यू भी प्रभावित होता है. गर्भावस्था के दौरान अधिक तनाव बच्चों में एंग्जायटी का रिस्क बढ़ाता है, जिसकी वजह से बच्चे के मन में डर की भावना बनी रहती है.

इम्यून सिस्टम पर असर

झगड़े की वजह से महिला में तनाव की स्थिति गर्भ में पल रहे बच्चे के इम्यून सिस्टम पर असर डालती है जिससे उसे भविष्य में बीमारी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.

हार्ट रेट व ब्लडप्रेशर को बढ़ाता है गुस्सा

गुस्सा शरीर में हार्ट रेट व ब्लडप्रेशर को बढ़ाता है. इस दौरान कई बार ब्लड वेसल सिकुड़ जाते हैं, जिसकी वजह से गर्भाशय में ऑक्सीजन की कमी होती है और गर्भ में पल रहे बच्चे तक खून की आपूर्ति ठीक से नहीं हो पाती. इसके अलावा ये स्थिति हाई ब्लड प्रेशर, हृदय की समस्या की भी वजह बन सकती है जो मां और बच्चे दोनों के लिए ठीक नहीं है.


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