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1000 सालों बाद बनने जा रहा है अद्भुत संयोग, बिना टेलिस्कोप के भी देखा जा सकेगा ग्रह परेड का दुर्लभ नज़ारा

Neha Dani
11 Aug 2022 10:33 AM GMT
1000 सालों बाद बनने जा रहा है अद्भुत संयोग, बिना टेलिस्कोप के भी देखा जा सकेगा ग्रह परेड का दुर्लभ नज़ारा
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किसी भी जानकारी और धारणा को अमल में लाने या लागू करने से पहले कृपया संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।

खगोलीय घटनाएं हर व्यक्ति की दिलचस्पी का कारण बनती हैं। सूर्य ग्रहण, चन्द्र ग्रहण, आसमान में कोई ग्रह दिख जाना जैसी घटनाओं का लोग बेसब्री से इंतज़ार करते हैं। इस वर्ष के अप्रैल के अंतिम दिनों में भी ऐसा होने जा रहा है जो 1000 वर्षों के बाद घटित होगा। अप्रैल के अंतिम सप्ताह में शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि एक ही सीधी रेखा में आनी वाले हैं। यह एक दुर्लभ घटना है जिसे ग्रह परेड के नाम से जाना जाता है। जानते हैं अप्रैल के आखिरी सप्ताह में लगने वाले ग्रह परेड के बारे में।


अप्रैल के आखिरी हफ्ते में दिखेगा दुर्लभ नज़ारा
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 26 - 27 अप्रैल को सूर्योदय से एक घंटा पहले शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि 4 ग्रहों के साथ चन्द्रमा पूर्वी क्षितिज से 30 डिग्री पर दिखाई दिया। साथ ही, 30 अप्रैल को सबसे चमकीले ग्रह शुक्र और बृहस्पति को काफी करीब देखा जा सकेगा, शुक्र, बृहस्पति से 0.2 डिग्री दक्षिण में रहेगा। यदि स्थिति सही रही तो अप्रैल के आखिरी हफ्ते में सभी ग्रहों को किसी मौके पर सीधी रेखा में बिना टेलिस्कोप के भी देखा जा सकेगा।

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1000 सालों बाद हो रहा है ये संयोग
इन चारों ग्रहों को एक लाइन में देखने का ऐसा संयोग पिछली बार एक हजार वर्ष पूर्व 947 ईस्वी में हुआ था। इस बार 26-27 अप्रैल, 2022 की सूर्योदय से पहले यह नज़ारा देखने को मिला। इसके बाद अब 30 अप्रैल को बृहस्पति और शुक्र बेहद पास नज़र आने वाले हैं।

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क्या होती है है ग्रह परेड
ग्रह परेड एक खगोलीय घटना है जिसमें कुछ ग्रह एक सीधी लाइन में संयोगवश उपस्थित होते हैं। ग्रह परेड 3 प्रकार की होती है। पहला प्रकार तब होता है जब 3 ग्रह सूर्य के साथ एक सीधी रेखा में हो। दूसरी तरह की ग्रह परेड तब होती है जब आसमान के एक छोटे से क्षेत्र में ही बहुत सारे ग्रह नज़र आ जाएं। ऐसी घटना अप्रैल 2002 और जुलाई 2020 में घटित हुई थी। आखिरी और बेहद दुर्लभ ग्रह परेड अब हुई है जब चन्द्रमा के साथ 4 ग्रह एक ही रेखा में नज़र आएं।

नोट: यह सूचना इंटरनेट पर उपलब्ध मान्यताओं और सूचनाओं पर आधारित है। बोल्डस्काई लेख से संबंधित किसी भी इनपुट या जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी और धारणा को अमल में लाने या लागू करने से पहले कृपया संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।


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