- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- फायदे के साथ साथ...
x
एलोवेरा की पत्तियों में लेटेक्स होता है, जो पौधे के सबसे नीचे पीले रंग का होता है
आपने आमतौर पर सुना या पढ़ा होगा कि एलोवेरा किसी सुपरफूड से कम नहीं। यह हमारी त्वचा और बालों से लेकर सेहत के लिए कमाल के फायदे कर सकता है। हज़ारों फायदों से भरपूर एलोवेरा का इस्तेमाल भारत में सदियों से चला आ रहा है। बालों में चमक और चेहरे को हेल्दी बनाने के साथ एलोवेरा सेहत से जुड़ी कई परेशानियों को भी कम करता है। एलोवेरा को वरदान से कम नहीं माना गया है। शायद यही वजह है कि लगभग हर घर में एलोवेरा का पौधा आपको मिल जाएगा।
कॉस्मेटिक इंडस्ट्री भी अपने प्रोडक्ट्स में एलोवेरा का इस्तेमाल जमकर करती हैं। इसमें कोई शक़ नहीं कि एलोवेरा के कई फायदे हैं, लेकिन यह कई मामलों में नुकसान भी पहुंचा सकता है। तो आइए जानें कि एलोवेरा का इस्तेमाल किस तरह के फायदों की वजह बन सकता है?
एलोवेरा के 7 साइड-इफेक्ट्स:
1. हो सकती है स्किन एलर्जी
वैसे तो एलोवेरा त्वचा के लिए फायदेमंद होता है, लेकिन अगर आप सीधे इसकी डंठल से जेल निकालकर लगाते हैं, तो इससे एलर्जी भी हो सकती है। इससे एलर्जी, आंखों में रेडनेस, स्किन रैशेज़, जलन और खुजली जैसी परेशानियां शुरू हो सकती हैं।
2. पेट से जुड़ी समस्याएं
एलोवेरा की पत्तियों में लेटेक्स होता है, जो पौधे के सबसे नीचे पीले रंग का होता है। कई लोग लेटेक्स से एलर्जिक होते हैं, जिसके कारण पेट में कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। एलोवेरा जेल को अगर आप सीधे पौधे से निकाल कर खाते हैं, तो इससे पेट में जलन, ऐंठन या मरोड़ होना और पोटेशियम का लेवल लो सकता है।
3. डिहाइड्रेशन की दिक्कत
एलोवेरा जूस का ज़्यादा सेवन डिहाइड्रेशन यानी शरीर में पानी की समस्या पैदा कर सकता है। इससे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बिगाड़ता है, जिससे डिहाइड्रेशन हो सकता है। अधिक मात्रा में एलोवेरा जूस पीने से डायरिया भी हो सकता है।
4. ब्लड शुगर स्तर कम होना
एलोवेरा जूस पीने से शरीर का ब्लड शुगर लेवल कम करने में मदद मिल सकती है। जो डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए फायदेमंद है, लेकिन जो लोग डायबीटिक नहीं हैं, उनके लिए दिक्कत खड़ी हो सकती है।साथ ही एलोवेरा डायबिटीज के मरीजों में इलेक्ट्रोलाइट के संतुलन को भी बिगाड़ सकता है। अगर आप डायबिटिक हैं, तो एलोवेरा जूस पीने से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।
5. लिवर को नुकसान
एलोवेरा में बायो एक्टिव कंपाउंड होते हैं, जो लिवर की डिटॉक्स प्रक्रिया में रुकावट पैदा कर सकते हैं।
6. प्रेग्नेंसी में
प्रेग्नेंट या फिर स्तनपान करा रहीं महिलाओं को एलोवेरा जूस के सेवन से बचना चाहिए। एलोवेरा जूस में स्किन को सिकोड़ने के गुण पाए जाते हैं। गर्भावस्था में ऐलोवेरा का सेवन बच्चे के जन्म के वक्त मुश्किलें पैदा कर सकता है। इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर बात कर लें।
Apurva Srivastav
Next Story