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एलर्जी और अस्थमा आपको बचा सकती है काेरोना

Ritisha Jaiswal
26 Aug 2022 7:43 AM GMT
एलर्जी और अस्थमा आपको बचा सकती है काेरोना
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असरदार तरीके से कोविड का मुकाबला करने के लिए आपके लिए यह जान लेना जरूरी है कि किन लोगों को इससे संक्रमित होने और अधिक गंभीर बीमारी विकसित होने का खतरा अधिक हो सकता है।

असरदार तरीके से कोविड का मुकाबला करने के लिए आपके लिए यह जान लेना जरूरी है कि किन लोगों को इससे संक्रमित होने और अधिक गंभीर बीमारी विकसित होने का खतरा अधिक हो सकता है। दिलचस्प बात यह है कि शोध से पता चलता है कि एलर्जी होने पर किसी के कोविड से संक्रमित होने के जोखिम को कम किया जा सकता है। एलर्जी बहुत आम है। दुनिया भर में कम से कम 40 करोड़ लोग किसी चीज को छूने से होने वाली एलर्जी, या हे फीवर से प्रभावित हैं। लगभग 30 करोड़ लोग एलर्जिक अस्थमा (सांस के रास्ते होने वाली एलर्जी) से पीड़ित हैं, जबकि खाद्य एलर्जी लगभग 25 करोड़ लोगों को प्रभावित करती है। कई लोगों को कुछ दवाओं से भी एलर्जी होती है।

एलर्जी होना आम बात
एलर्जी की प्रतिक्रिया हल्के (शायद त्वचा पर कुछ लाली और सूजन) से लेकर गंभीर (एनाफिलेक्टिक शॉक, जो मौत का कारण बन सकती है) तक हो सकती है। एटोपिक रोग एलर्जी से उत्पन्न स्थितियों के एक समूह को दिया गया नाम है और इसमें हे फीवर, एक्जिमा और डर्मेटाइटिस शामिल हैं। शोध से पता चला है कि एटोपिक रोगों वाले लोगों में कोविड के संपर्क में आने कर संभावना 25% कम होती है। एटोपिक रोग और अस्थमा वाले लोगों में, इन स्थितियों के बिना वाले लोगों की तुलना में कोविड का जोखिम 38% कम है।
एलर्जी वाले लोगों को जोखिम कम होने का कारण
एक अलग अध्ययन से पता चला है कि खाद्य एलर्जी वाले लोगों में कोविड से संक्रमित होने की संभावना 50% कम थी। एलर्जी वाले लोगों को कम जोखिम क्यों होता है? शुरू में हमने सोचा था कि एलर्जी वाले लोगों में कोविड होने की संभावना कम हो सकती है क्योंकि वे दूसरों से अधिक अलग-थलग हो सकते हैं। यह अस्थमा के लिए सही हो सकता है क्योंकि इस स्थिति वाले लोगों को पहले महामारी से बचाने की सलाह दी गई थी। लेकिन अधिकांश एटोपिक रोगों, जैसे कि एक्जिमा के लिए ऐसा नहीं कहा जा सकता है। और क्या आप खाद्य एलर्जी वाले लोगों से अपेक्षा कर सकते हैं, कि वे कम खाएं, महामारी के दौरान अनुसंधान से पता चला है कि खाद्य एलर्जी वाले घरों में अन्य घरों की तुलना में समुदाय में कोविड का जोखिम का स्तर थोड़ा कम था।
क्या कहता है अध्ययन
शरीर को संक्रमित करने में सक्षम होने के लिए, सार्स-कोव-2 (वायरस जो कोविड-19 का कारण बनता है) एसीई2 रिसेप्टर नामक एक विशिष्ट प्रोटीन से जुड़ जाता है। यह प्रोटीन वायरस को मानव कोशिकाओं की एक विस्तृत श्रृंखला को संक्रमित करने के लिए प्रवेश बिंदु प्रदान करता है। एसीई2 रिसेप्टर्स की अधिक मात्रा होने से कोविड संक्रमण के लिए संवेदनशीलता बढ़ जाती है। जो लोग धूम्रपान करते हैं, उन्हें मधुमेह या उच्च रक्तचाप है (जिनमें से सभी गंभीर कोविड की उच्च संभावना से जुड़े हैं) में एसीई2 रिसेप्टर्स अधिक होते हैं।
जोखिम कम होने के कई कारक
इस बीच, यह देखा गया है कि टाइप 2 प्रदाह - एक सामान्य प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया जो संक्रमण या परजीवी के संपर्क में आने पर हो सकती है, लेकिन एलर्जी की स्थिति में भी प्रमुख रूप से होती है - वायुमार्ग में एसीई2 को कम करती है। यह संक्रमण के प्रति संवेदनशीलता को कम करता है, और इसे प्राथमिक कारण माना जाता है कि एलर्जी वाले लोगों में कोविड होने का जोखिम कम होता है। ऐसे कई अन्य कारक भी हैं जो एलर्जी वाले लोगों में कोविड संक्रमण के जोखिम को कम करने में योगदान दे सकते हैं। उदाहरण के लिए, अस्थमा से पीड़ित लोगों में दूसरों की तुलना में अधिक बलगम बनती है, जिसे सार्स-कोव-2 को वायुमार्ग में प्रवेश करने से रोकने के लिए अहम समझा जाता है।
और अच्छी खबर
इसलिए हमें एलर्जी और अस्थमा से पीड़ित लोगों में कोविड होने का जोखिम कम दिखाई देता है। लेकिन ये स्थितियां किसी कोविड संक्रमण की गंभीरता को कैसे प्रभावित करती हैं? महामारी की शुरुआत में, यह माना गया था कि अस्थमा से पीड़ित लोगों को कोविड से बहुत बीमार होने का अधिक खतरा हो सकता है, क्योंकि वायरल संक्रमण आमतौर पर अस्थमा को बढ़ा देता है। लेकिन अब यह अच्छी तरह से स्थापित हो गया है कि हल्का या अच्छी तरह से नियंत्रित अस्थमा, कोविड के साथ गंभीर बीमारी के जोखिम को नहीं बढ़ाता है। और इस बात का भी सबूत नहीं है कि अधिक गंभीर अस्थमा जोखिम को बढ़ाता है।
रोकथाम बहुत जरूरी
इसी तरह, गंभीर कोविड के लिए एटोपिक रोग को जोखिम कारक नहीं माना जाता है। यदि आप अस्थमा या एलर्जी के साथ अन्य बीमारियों से भी पीड़ित हैं, तो यह जानना महत्वपूर्ण है कि इससे कोविड की गंभीरता बढ़ सकती है। रोकथाम बहुत जरूरी है। कोविड संक्रमण को रोकने के सर्वोत्तम तरीकों में टीकाकरण, उचित फिटिंग वाले मास्क से चेहरे को ढंकना और शारीरिक दूरी बनाना शामिल है। इस बीच, यदि आपको एलर्जी है, तो इसका प्रबंधन होना आवश्यक है। सुनिश्चित करें कि आपका उपचार सही ढंग से हो रहा है और जरूरत पड़ने पर आपके पास दवाएं उपलब्ध हैं


Ritisha Jaiswal

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