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आज के समय में अक्सर यह देखा जाता है कि पैरेंट्स अपने बच्चों का हर काम उनकी सहूलियत को देखते हुए खुद ही करके दे देते हैं। जिसकी वजह से बच्चा लंबे समय तक आत्मनिर्भर नहीं बन पाता है। अगर अब तक आप भी ऐसी गलती करते आएं हैं तो अब ऐसा न करें। आइए जानते हैं बच्चों को घर के छोटे-मोटे काम सिखाने के लिए कौन सी उम्र परफेक्ट होती है, साथ ही घर के कौन से काम करवाकर आप अपने बच्चे को आत्मनिर्भर बनाने के साथ उसका आत्मविश्वास भी बढ़ा सकते हैं।
अपना काम स्वयं करने दें-
बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सबसे पहली चीज है कि उन्हें अपना काम खुद करने की आदत डालें। ऐसा करते समय आप उनके हर काम पर अपनी नजर जरूर बनाएं रखें। आप इन कामों में स्कूल का होम वर्क, घर में अपने जूते-चप्पल को सही स्थान पर रखना, स्वयं भोजन करना आदि करना शामिल कर सकते हैं। इन सभी कामों से उनके अंदर आत्म-निर्भरता बढ़ने के साथ अनुशासन भी आएगा।
घर का सामान मंगवाएं-
बच्चों को बचपन से ही स्मार्ट बनाने के लिए उन्हें 12 साल की उम्र तक साइकिल चलाना सिखाएं और रोजमर्रा के छोटे-छोटे सामान बच्चों से ही मंगवाएं. ऐसे में बच्चे अकेले बाहर निकलना शुरू करेंगे और दुनिया के बारे में ज्यादा जान सकेंगे.
कैब बुक करना सिखाएं-
अपने बच्चे को 12 वर्ष का होते ही ऑनलाइन कैब बुक करने की ट्रेनिंग जरूर दें। इमरजेंसी पड़ने पर बच्चा अपने लिए खुद कैब बुक करके घर आ सकता है। इसके अलावा बच्चे को घर के आसपास की फेमस जगह के बारे मेंभी बताएं, ताकि वो अकेला होने पर उनकी पहचान आसानी से करके घर आ सके।
कपड़ों की देखभाल
बच्चों को अपने काम खुद करना सिखाएं। ऐसा करने से उन्हें जल्द ही सेल्फ डिपेडेंट बनाने में मदद मिलेगी। इन कामों में आप अपने कपड़े धोकर सुखाना, प्रेस करके अलमारी में रखना, बैग लगाना शामिल कर सकते हैं। ये सभी चीजें बच्चों को आत्म निर्भर बनाने में मदद कर सकती हैं।
रूम साफ रखने के लिए कहें-
अपने अक्सर पेरेंट्स को बच्चों से यह शिकायत करते हुए देखा होगा कि वो अपना कमरा साफ नहीं रखते हैं।ऐसे में बचपन से ही बच्चों को उनके कमरे की साफ-सफाई रखना सिखाएं। इसके अलावा कमरे की हर चीज को सही जगह पर रखने की सख्त हिदायत भी दे दें। ताकि उनका कमरा हर समय व्यवस्थित लगे और आपका कुछ समय और मेहनत भी बच जाए।
कुकिंग टिप्स है जरूरी
बच्चों को 12 साल का होते ही थोड़े-बहुत कुकिंग टिप्स देना भी जरूरी होता है। ऐसा करने से आपकी गैरमौजूदगी में भी बच्चा अपने लिए कुछ हेल्दी बनाकर खा सकता है। वो भूख लगने पर बड़ों के ऊपर निर्भर नहीं रहेगा।
Rani Sahu
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