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30 की उम्र के बाद ये है दिल के कमजोर होने के लक्षण, भूलकर भी न करें इग्नोर

Tulsi Rao
2 Sep 2021 4:14 PM GMT
30 की उम्र के बाद ये है दिल के कमजोर होने के लक्षण,  भूलकर भी न करें इग्नोर
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जाने-माने एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला की मौत की खबर ने फिल्म इंडस्ट्री और उनके फैन्स को चौंका दिया है। खबरों के मुताबिक उनकी मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है।

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। जाने-माने एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला की मौत की खबर ने फिल्म इंडस्ट्री और उनके फैन्स को चौंका दिया है। खबरों के मुताबिक उनकी मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है। हालांकि, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस बात की पुष्टि हो पाएगी कि उनकी मौत की असली वजह क्या है लेकिन बेहतरीन एक्टिंग के साथ अपनी फिटनेस के लिए फेमस सिद्धार्थ का महज 40 की उम्र में हार्ट अटैक से गुजरने की खबर सुनकर हर कोई हैरान है।

बीते सालों में युवाओं में हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं। डॉक्टर्स की मानें, तो बदलती जीवनशैली में 30 की उम्र के बाद से ही दिल का खास ख्याल रखना चाहिए। साथ ही अगर आपका दिल कमजोर हो रहा है, तो इसके कुछ संकेतों को अनदेखा नहीं करना चाहिए-
सीने में दर्द
आजकल 25-30 की उम्र में भी युवा हार्ट अटैक का शिकार बन रहे हैं। हर साल, 30 साल से कम उम्र के हजारों लोगों की मौत कार्डियोवस्कुलर बीमारियों से होती है। इसलिए सीने में दर्द को कुछ और समझकर नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। सीने में दर्द के साथ अगर पसीना आए, तो आपको डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए। ध्यान दें कि कई बार सीने में जलन (हार्ट बर्न जो कि एसिडिटी के कारण होता है) को लोग सीने में दर्द समझ लेते हैं, इसलिए जलन और दर्द के अंतर को समझकर और हड़बड़ी न दिखाकर ही फैसला करें।
सीढ़ियां चढ़ते समय हांफना
आमतौर पर 30-40 की उम्र में 20-25 सीढ़ियां तेज़ गति से चढ़ना कोई मुश्किल काम नहीं है। लेकिन अगर आप सीढ़ियां चढ़ते हुए बहुत थक जाते हैं, सांस उखड़ने लगती है, आपको रुकना पड़ जाता है, तो ये हार्ट की समस्या के पूर्व संकेत हो सकते हैं।
खर्राटे
किसी व्यक्ति को 30-35 की उम्र में ही खर्राटों की समस्या शुरू हो गई है, तो ये श्वांस संबंधी किसी समस्या का संकेत हो सकता है। इसके अलावा, इसका एक मतलब ये भी हो सकता है कि आपका हार्ट ठीक से काम नहीं कर पा रहा है। इसलिए खर्राटों की समस्या और सांस की तकलीफ है, तो आपको हार्ट के डॉक्टर से मिलकर इसका कारण जानना चाहिए।
जबड़ों का दर्द
इस लक्षण को लोग इसलिए नज़रअंदाज़ कर देते हैं क्योंकि वो जबड़ों के दर्द को दांतों का दर्द समझ लेते हैं और फिर दांत के दर्द की दवा लेकर दर्द को दबा देते हैं। 1-2 बार तो ऐसा करना ठीक है, क्योंकि संभव है कि दर्द आपके दांत की ही किसी समस्या के कारण हो। मगर बार-बार ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि दांत या जबड़ों में बार-बार दर्द का संकेत हार्ट की परेशानी हो सकती है, इसलिए जबड़ों में दर्द हो तो दांत के डॉक्टर से तो मिलें ही, साथ ही हार्ट के डॉक्टर से मिलकर कुछ जांच आदि कराएं।
शरीर के एक हिस्से में झुनझुनाहट
हार्ट की समस्या का एक बड़ा कारण कोलेस्ट्रॉल भी है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से शरीर में रक्त प्रवाह बाधित होता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। कोलेस्ट्रॉल अगर बहुत बढ़ गया है, तो इसके पूर्व संकेत के रूप में शरीर में झुनझुनाहट की समस्या हो सकती है। अगर आपको कुछ दिनों तक लगातार ऐसा महसूस हो कि आपके शरीर के कुछ हिस्सों में लगातार झुनझुनाहट हो रही है या शरीर के एक तरफ का हिस्सा ठीक से काम नहीं कर पा रहा है, तो ये भी हार्ट की समस्या का पूर्व संकेत हो सकते है। इसलिए इस पर भी ध्यान देना जरूरी है।


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