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Sars-CoV-2 के बाद अब Mers-CoV का खतरा मंडरा रहा

Sonam
31 July 2023 8:45 AM GMT
Sars-CoV-2 के बाद अब Mers-CoV का खतरा मंडरा रहा
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दुनिया के कई देशों में कोरोना का संक्रमण अब भी जारी है। भले ही संक्रमण की रफ्तार अभी कम हो पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ सभी लोगों को लगातार सावधानी बरतते रहने की सलाह देते हैं। हाल के ही एक रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने इंडोनेशिया में कोविड के एक ऐसे वैरिएंट का पता लगाया है जो अब तक के वैरिएंट्स का सबसे अधिक म्यूटेटड वर्जन माना जा रहा है। इसके अलावा अमेरिका के कुछ हिस्सों में अस्पतालों में रोगियों की संख्या में इजाफा देखा गया है। कोरोना संक्रमण के लिए Sars-Cov-2 वायरस को जिम्मेदार माना जाता है।

कोरोना के जारी संक्रमण के बीच वैज्ञानिकों की एक टीम ने अब MERS-CoV को लेकर अलर्ट किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात में MERS-CoV के पहले मामले का पता लगाया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि सभी लोगों को इस वायरस के जोखिमों को लेकर अलर्ट रहने की आवश्यकता है।

आइए जानते हैं कि ये MERS-CoV क्या होता है और इसके क्या जोखिम कारक हो सकते हैं?

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अबू धाबी के एक 28 वर्षीय व्यक्ति में MERS-CoV (मिडिल ईस्टर्न रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोनावायरस) का मामला दर्ज किया गया है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, मरीज के संपर्क में आए दो अस्पतालों के 108 स्वास्थ्य कर्मियों में भी संक्रमण के लिए परीक्षण किया गया हालांकि उनमें इसके रिपोर्ट नकारात्मक पाए गए।

गौरतलब है कि MERS-CoV भी एक वायरल श्वसन बीमारी है जो कोरोनोवायरस (CoV) के कारण ही होता है। इसके लक्षण कोरोना संक्रमण से ही मिलते-जुलते हो सकते हैं।

MERS-CoV को सबसे पहले सऊदी अरब में रिपोर्ट किया गया था। तब से मध्य पूर्व के अन्य देशों और अफ्रीका, यूरोप, एशिया और संयुक्त राज्य अमेरिका में भी इसकी पुष्टि की जा चुकी है। इस संक्रमण के लक्षण हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कुछ संक्रमितों को बुखार और खांसी हो सकती है जिसके आगे चलकर निमोनिया में बदलने की भी आशंका होती है। इसके अलावा रोगियों को पेट दर्द, मतली, उल्टी और दस्त जैसे पाचन तंत्र के लक्षणों का अनुभव भी हो सकता है।

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