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बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए आवश्यक है पर्याप्त पोषण, शामिल करे ये चीज

Shiddhant Shriwas
12 Oct 2021 5:35 AM GMT
बच्चों के संपूर्ण विकास के लिए आवश्यक है पर्याप्त पोषण, शामिल करे ये चीज
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बचपन से हम सब अपने पैरेंट्स और डॉक्टरों से ये हिदायत सुनते आ रहे हैं कि- 'फल सब्जियां खाओगे तो हेल्दी रहोगे'

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बचपन से हम सब अपने पैरेंट्स और डॉक्टरों से ये हिदायत सुनते आ रहे हैं कि- 'फल सब्जियां खाओगे तो हेल्दी रहोगे'। बड़े होने पर फिर यही सलाह हम अपने पैरेंट्स को देने लगते हैं। सेहत के लिए आखिर फल और सब्जियां क्यों हैं इतनी जरूरी? क्या इन्हें रोज खाने से वाकई सेहत पर कोई असर पड़ता है? क्यों बच्चे फल-सब्जियों से दूर भागते हैं और कैसे उनकी इस आदत को सुधारा जा सकता है? ये वो प्रश्न हैं जो लगभग हर पैरेंट के दिमाग में चलते हैं। इन सबकी वजह से खाने का समय और खाने का टेबल अक्सर युद्ध के मैदान में बदल जाता है।

मां चाहती हैं कि बच्चा हेल्दी खाना खाए, लेकिन बच्चा सब्जी को हाथ भी नहीं लगाना चाहता। नतीजा कई बार डांट और मार के बावजूद भी बहुत संतोषजनक नहीं निकलता। आख़िरकार माँ बच्चे की पसन्द की कोई एक चीज बनाकर खिला देती है, क्योंकि पेट भरना भी तो जरूरी है। यह स्थिति हम में से कइयों के घरों की है। इन सब के बीच जरूरी है कि सब्जी और फल खाने की आदत को बरकरार रखा जाना भी जरूरी है क्योंकि आखिर इससे फायदा ही है।

बच्चों का कैसा हो आहार?

खाने के स्वाद को सामान्यतः हम सब प्राथमिकता देते हैं। ज्यादातर मसालेदार, चटपटे या मीठे व्यंजन ही सबको पसन्द आते हैं। यह एक तथ्य है कि फायदा पहुंचाने वाला पौष्टिक भोजन अधिकांशतः स्वाद के मामले में मसालेदार भोजन की बराबरी नहीं कर सकते, लेकिन इसके फायदे सेहत को बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। जब बड़ों के लिए ही स्वाद इतना आवश्यक हो जाता है तो बच्चों को आप जंक फूड या मसालेदार खाने से कैसे रोक सकते हैं? लेकिन जरूरी है कि जंक और पौष्टिक भोजन का अनुपात 30-70 रहे। यानी 30 प्रतिशत जंक और 70 प्रतिशत हेल्दी भोजन।

याद रखिए बच्चों के मामले में पराठे, पूरी, वेजिटेबल कटलेट, हलवा, आदि भी हेल्दी भोजन की ही श्रेणी में आता है। जरूरत है बस इसकी मात्रा को संतुलित रखने की। खैर, सामान्यतः एक बच्चे (3 वर्ष से ऊपर) के लिए दिन में 4 बार मील टाइम होना चाहिए। इसमें सुबह का नाश्ता, लंच, शाम का नाश्ता और डिनर शामिल है। इसमें आप कम से कम 2 बार फल शामिल कर सकते हैं।

सेहत के लिए क्यों जरूरी हैं फल?

फल और सब्जियों से एक बार की सर्विंग में ही भरपूर मात्रा में लगभग सभी तरह का पोषण मिल जाता है। फलों और सब्जियां, विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सीडेंट्स, फाइबर आदि से भरपूर होते हैं। इनमें पानी की भी पर्याप्त मात्रा होती है, यानी शरीर के लिए जरूरी सभी आवश्यक पोषक तत्व फलों के जरिए मिल सकते हैं।

बच्चों का शरीर चूंकि विकास की अवस्था में होता है, इसलिए इस समय उनको इस तरह के पोषण की जरूरत भी होती है और इससे आगे आने वाले समय में उनका शरीर ज्यादा मजबूत बना रहता है। सबसे खास बात यह कि फल और सब्जियों में आर्टिफिशियल रंग, एक्स्ट्रा शुगर, मैदा, प्रिजरवेटिव्स और फैट नहीं होता, जिसकी वजह से बच्चों को बिना नुकसान पोषण मिल पाता है। शोध यह मानते हैं कि बचपन से फल और सब्जियां खाने की आदत बड़े होने पर क्रॉनिक डिसीज यानी गम्भीर बीमारियों से बचने में मदद कर सकती है।

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