- Home
- /
- लाइफ स्टाइल
- /
- फास्ट में परेशान करती...

हेल्थ : नवरात्र में 9 दिनों के व्रत की शुरुआत 22 मार्च से हुई, वहीं रमजान की शुरुआत 24 मार्च से हो गई। नवरात्र में जहां, नमक, गेंहू, चावल और कई तरह के फूड्स से दूरी बनानी होती है और सिर्फ फलाहारी डाइट का ही पालन करना होता है। वहीं, दूसरी तरफ रमज़ान में बिना खाने और पानी के फास्ट रखना होता है, और सिर्फ सेहरी और इफ्तार में खाना होता है।
फास्ट रखने के कई फायदे होते हैं, जैसे लिवर को डिटॉक्स करना, वजन का कम हो जाना आदि। लेकिन साथ ही तला-भुना खाने से बदहजमी और कब्ज जैसी दिक्कते भी शुरू हो जाती हैं। तो आइए जानें कि व्रत और रोजे में एसीडिटी से बचने के लिए क्या करना चाहिए।
एसीडिटी या फिर गैस्ट्रोइसोफेगल रीफल्क्स डिसीज़ (GERD) तब होता है जब पेट का ऐसिड बार-बार इसोफेगस की ओर चला जाता है। इससे आपके इसोफेगस की लाइनिंग को नुकसान पुहंच सकता है। वहीं, कब्ज जब होता है जब हम पर्याप्त मात्रा में पानी का सेवन नहीं करते। नवरात्र में व्रत या फिर रोज़ा रखने के दौरान खाने की खराब आदतें और तला-भुना खाने से हमारा पाचन तंत्र बिगड़ जाता है।
