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आचार्य चाणक्य के अनुसार संकट आने से पहले देते हैं संकेत

Gulabi Jagat
3 Jun 2022 9:52 AM GMT
आचार्य चाणक्य के अनुसार संकट आने से पहले देते हैं संकेत
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आचार्य चाणक्य तक्षशिला जैसे गुरुकुल के आचार्य थे

Chanakya Niti In Hindi: आचार्य चाणक्य तक्षशिला जैसे गुरुकुल के आचार्य थे। वह इतने विद्वान थे कि वर्तमान घटनाओं के आधार पर भविष्य का विचार कर लिया करते थे। उनके द्वारा बताई गई बातें आज भी सत्य हो रही हैं। सुखी जीवन के संबंध में आचार्य कहते हैं कि जीवन में सुख-दुख तो बना ही रहता है। फिर भी उनका कहना है कि जीवन में जब परेशानियां या आर्थिक संकट आने वाले होते हैं तो उसके पूर्व हमें संकेत मिलता है। यह बात दूसरी है कि हम उसे पहचान नहीं पाते। लेकिन आज हम बताने जा रहे हैं जिनसे आप इन संकेतों को पहचान सकते हैं।

तुलसी का सूख जाना
कहते हैं कि घर में हम सभी लोग तुलसी का पौधा अवश्य लगाते हैं। पूजा करते हैं। अगर आपके घर में तुलसी का पौधा अचानक सूख जाए तो समझ लेना चाहिए कि कुछ ना कुछ संकट आने वाला है। अगर सीधे तौर पर बताएं तो आपको आर्थिक समस्या का सामना करना होगा। क्योंकि तुलसी का संबंध माता लक्ष्मी से है। और तुलसी के पौधे का सूखना आर्थिक समस्या की ओर इशारा कर रहा है।
शीशे का बार बार टूटना
शीशा यानी कि दर्पण। घर में चेहरा देखने के लिए हर घर में शीशा जरूर उपयोग किया जाता है। धोखे से ही सही लेकिन अगर बार-बार आपके घर का शीशा टूट रहा है तो इसे यूं ही अनदेखा न करें। शीशे का टूटना आर्थिक संकट आने की ओर इशारा है। हमें सावधान हो जाना चाहिए।
घर में कलह-कलेश का होना
घर में काफी दिनों से लगातार कलह क्लेश बना हुआ है तो इस घटना से आपको समझ जाना चाहिए कि अब जीवन में संकट आने वाले हैं। घर में कलह क्लेश का होना अच्छा नहीं है। थोड़ी बहुत बातों को लेकर मनमुटाव या बातचीत हो जाना स्वाभाविक है लेकिन वह ज्यादा दिन तक नहीं चलना चाहिए। इससे कई तरह के संकट उत्पन्न होते हैं।
अवश्य करें पूजा-पाठ
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि संकट से घिरने के बाद तो सभी को भगवान को याद करते हैं। अगर आपको भी जीवन में तरक्की चाहिए तो भगवान की पूजा प्रतिदिन अवश्य करनी चाहिए। आपके घर में अगर प्रतिदिन पूजा नहीं हो रही है तो यह भी आने वाली समस्या की ओर इशारा कर रहा है जिस घर में प्रतिदिन पूजा नहीं होती वह घर, घर नहीं कहलाता। उसे स्मशान कहा गया है। इसलिए घर में भगवान का प्रतिदिन धूप दीप अवश्य करना चाहिए।


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