लाइफ स्टाइल

पेट कम करने के लिए एब्स वर्कआउट करें या नहीं

Kajal Dubey
15 May 2023 4:50 PM GMT
पेट कम करने के लिए एब्स वर्कआउट करें या नहीं
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शरीर के मिडसेक्शन (midsection) एरिया को कोर मसल्स (Core muscles) कहते हैं। इसमें सामने (front), पीछे (back) और साइड (side) मसल्स सम्मिलित होते हैं। कोर में ट्रेव्ड एब्डोमिनिस (traverse abdominis), इरेक्टर स्पिना (erector spinae), ऑब्लिक्स (obliques) मसल्स शामिल होते हैं।
पीठ (back) और ग्लूट्स (gluts) के कुछ मसल्स भी कोर में शामिल होते हैं। ये सभी मिलकर पूरे शरीर के लिए स्टेबलाइजर्स (stabilizers) का काम करती हैं।
मजबूत कोर होने से आपको किसी भी खेल, फिजिकल एक्टिविटी, बॉडी रोटेशन, फ्लेक्सेशन या बैंड में सहायता मिलती है।
पेट के मसल्स मजबूत होंगे तो कोर को स्थिर करने में मदद मिलती हैं। पेट के 4 मुख्य मसल्स होते हैं, जैसे
रेक्टस एब्डोमिनिस (Rectus abdominis)
अनुप्रस्थ एब्डोमिनिस (Transverse abdominis)
एक्सटर्नल ऑब्लिक (External oblique)
इंटरनल ऑब्लिक (Internal oblique)
मोटा पेट कम करने के लिए एब्स वर्कआउट करें या नहीं?
फिटनेस कोच शिर्के बताते हैं कि पेट को कम / अंदर करने के लिए प्लैंक (plank), क्रंचेज (crunches) या अन्य एब्स वर्कआउट की जरूरत नहीं होती।
यदि किसी का पेट बाहर निकला हुआ होता है तो सबसे अधिक नुकसान उसकी रीढ़ की हड्डी को होता है क्योंकि रीढ़ की हड्डी खिंचे हुए धनुष की तरह हो जाती है।
आपने देखा होगा कि अधिक मोटे लोग पीछे से कर्व में हो जाते हैं। ऐसा उनके बढ़े हुए पेट के कारण ऑटोमेटिक हो जाता है। अब ऐसे में यदि कोई एब्स एक्सरसाइज करता है तो एब्स बनना तो दूर की बात है, उसकी स्पाइन को भी नुकसान हो सकता है।
सच्चाई यह है कि एब्स वर्कआउट पेट के फैट / बैली फैट / एब्डोमिनल फैट को बर्न नहीं करते हैं। यदि आप अपने कोर को मजबूत करना चाहते हैं, तो माउंटेन क्लाइंबिंग (mountain climbing) और लेग लिफ्ट (leg lifts) जैसी एक्सरसाइज अच्छी हैं, लेकिन यदि आपको गोल पेट और उसके आस-पास की चर्बी कम करना है, तो आपको अपने पूरे शरीर का फैट कम करना होगा।
हालांकि इस बात को मानना थोड़ा मुश्किल है क्योंकि कुछ लोगों को लग सकता है , एब्डोमिनल एक्सरसाइज करने से पेट पर टेंशन क्रिएट होती है इसलिए एब्स एक्सरसाइज से पेट कम किया जा सकता है।
इस बात पर कोच शिर्के कहते हैं कि स्पॉट रिडक्शन (spot reduction) काम नहीं करता है, न तो एब्स के लिए न ही किसी अन्य बॉडी पार्ट के लिए। स्पॉट रिडक्शन का मतलब किसी मसल्स से चर्बी हटाना होता है।
यानी आपके एब्स के ऊपर जो चर्बी है उसे एब्स एक्सरसाइज से खत्म नहीं किया जा सकता।
एब्स एक्सरसाइज करने से मसल्स का एंड्यूरेंस और स्ट्रेन्थ (endurance or strength) बढ़ सकता है। लेकिन उनके ऊपर का फैट कम नहीं हो सकता। इसलिए अपना बॉडी फैट कम करने की कोशिश करें। और जब आपका फैट अनुमानित 15 प्रतिशत तक आ जाए उसके बाद ही एब्स एक्सरसाइज करना शुरू करें।
बिना मेहनत के पेट की चर्बी कम नहीं होती। यदि आपका फैट परसेंट अधिक है तो पहले अपने फैट को ड्रॉप करें और इसके बाद ही एब्स के बारे में सोचें।
पेट अंदर करने के लिए करें ये काम
ट्रेनर शिर्के ने बताया कि पेट कम करने के लिए पूरी बॉडी का फैट कम करना होगा इसके लिए आपको कुछ मेहनत की जरूरत होगी और इन बातों का खास ख्याल रखना होगा।
न्यूट्रिशन (Nutrition) :
बॉडी फैट कम करने के लिए न्यूट्रिशन सबसे जरूरी चीज है। आपको न्यूट्रिशन से भरपूर डाइट लेनी होगी और कैलोरी डेफिसिट में रहना होगा।
क्योंकि, पेट कम किचन में ही होता है। जिम में तो आप 1 घंटा ही रहते हैं। इसलिए क्लीन, हेल्दी और बैलेंस डाइट लें।
वर्कआउट (Workout):
एब्स एक्सरसाइज करने से बचें क्योंकि यदि आपका पेट बढ़ा हुआ है तो आप ये एक्सरसाइज करके सिर्फ अपना टाइम बर्बाद कर रहे हैं और कुछ नहीं।
इसलिए कंपाउंड एक्सरसाइज (Compound Exercise), हाई इंटेंसिटी वर्कआउट (High Intensity Workout), नॉन-एरोबिक एक्सरसाइज (Non-Aerobic Exercise), एरोबिक एक्सरसाइज (Aerobic Exercise) और कार्डियो (Cardio) करें।
लाइफ स्टाइल (LifeStyle):
हो सकता है पहले आप कुछ भी खा लेते हो और कभी भी सो जाते हों। यदि आप फैट कम करना चाहते हैं तो खाने और सोने सहित हर काम का निश्चित समय फिक्स करें और फिजिकल एक्टिव बने रहें। कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूर लें।
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