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एक किडनी पर भी जिंदा रह सकता है इंसान, आइये जानें

Tara Tandi
17 May 2023 11:17 AM GMT
एक किडनी पर भी जिंदा रह सकता है इंसान, आइये जानें
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मानव शरीर में दो गुर्दे होते हैं। इसका काम खून को साफ करना और शरीर से बेकार पदार्थों को बाहर निकालना है। किडनी डोनेशन की खबरें तो आपने कई बार सुनी होंगी, लेकिन क्या आप किडनी डोनेशन से जुड़ी सभी जरूरी बातें जानते हैं। अगर नहीं, तो यहां जानिए किडनी डोनेशन के नियम, सावधानियां और हर एक बात।
क्या एक किडनी जीवन के लिए काफी है?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, जब कोई व्यक्ति अपनी एक किडनी दान करता है, तो केवल एक किडनी रह जाती है। एक किडनी में हमारा शरीर सामान्य से अधिक काम करता है। इससे किडनी की कार्यक्षमता बढ़ जाती है और व्यक्ति बड़े आराम से सामान्य जीवन जी सकता है।
सिंगल किडनी कैसे काम करती है?
जब भी किडनी दान की जाती है तो उसके लिए एक प्रक्रिया होती है। किडनी निकालने की सर्जरी के लिए लैप्रोस्कोपिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। इससे ब्लीडिंग और इंफेक्शन का खतरा काफी हद तक न के बराबर होता है। किडनी डोनेशन के बाद डोनर एक से तीन महीने में रिकवर कर पाता है। हालांकि, उन्हें लंबे समय तक अस्पताल में रहने की जरूरत नहीं है। डॉक्टर घर में रहते हुए भी आराम करने की सलाह देते हैं।
क्या किडनी डोनेट करने के बाद कोई परेशानी होती है?
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक अगर किडनी डोनर स्वस्थ है तो उसे आगे कोई परेशानी नहीं होगी। 30 से 40 वर्ष की आयु का किडनी डोनर अगर बिल्कुल स्वस्थ है तो उसे आने वाले 20 से 25 वर्षों में किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होगी।
क्या किडनी डोनेट करने की कोई सही उम्र होती है?
डॉक्टर के मुताबिक किडनी डोनेट करने के लिए व्यस्क उम्र सबसे सही मानी जाती है। पहले 60 से 65 वर्ष की आयु के लोगों के लिए किडनी स्वीकार नहीं की जाती थी, लेकिन अब डोनर की कमी के कारण लोग इस उम्र में भी किडनी दान कर सकते हैं। हालांकि, इससे पहले उनका कंप्लीट बॉडी चेकअप है।
किडनी दान कितना सुरक्षित है
किडनी डोनेशन से पहले बॉडी का चेकअप होता है कि डोनर पूरी तरह फिट है या नहीं। अगर आप फिट हैं और आपको कोई गंभीर बीमारी नहीं है तो आप किडनी डोनेट कर सकते हैं। हालांकि, यह पूरी प्रक्रिया थोड़ी खतरनाक है। जबकि किडनी डोनेशन को सुरक्षित माना जाता है।
किडनी डोनेट करने के बाद सावधानियां
किडनी डोनेट करने के बाद 6 हफ्ते यानी डेढ़ महीने तक भारी सामान उठाने से बचें।
इस दौरान भारी व्यायाम और खेल गतिविधियों से बचना चाहिए।
डोनर को खान-पान और जीवनशैली का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
शराब, कैफीन और उच्च प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों से दूर रहें।
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