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कीटो डाइट के 6 बड़े नुकसान

Kajal Dubey
5 May 2023 1:03 PM GMT
कीटो डाइट के 6 बड़े नुकसान
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लेकिन इसे फॉलो करने के कुछ साइड इफेक्ट (side effects of keto diet) भी हो सकते हैं। इसलिए उनके नुकसान और फायदों के बारे में जानने के बाद किसी एक्सपर्ट की सलाह से ही कीटो डाइट को फॉलो करना चाहिए। आइए कीटो डाइट के साइड इफेक्ट के बारे में जानते हैं।
हार्ट प्रॉब्लम का खतरा (May increase the risk of heart problem)
एथलेटिक परफॉर्मेंस में कमी (Reduced athletic performance)
दोबारा वजन बढ़ना (Weight Regain)
मसल्स मास कम होता है (Less muscle mass)
मुंह से दुर्गंध आना (Mouth smells bad)
बार-बार प्यास लगना (Exceptionally Thirsty)
संबंधित रिसर्च:
1. हार्ट प्रॉब्लम का खतरा (May increase the risk of heart problem)
ट्रेंडी कीटोजेनिक डाइट कार्डियोवस्कुलर हेल्थ यानी हार्ट के लिए खतरनाक हो सकती है। हाल ही में हुई एक रिसर्च में ये बात सामने आई है।
अमेरिकन जर्नल ऑफ मेडिसिन (American Journal of Medicine) में पब्लिश रिसर्च के अनुसार नेशनल यहूदी हेल्थ (National Jewish Health) के रिसर्चर्स ने निष्कर्ष निकाला कि कीटो डाइट कम समय के लिए वजन कम करने में मदद करती है। कुछ सुबूत से यह साफ हुआ है कि कार्डियोवस्कुलर हेल्थ (cardiovascular health) पर गलत प्रभाव डाल सकती है। (2)
इस डाइट में ऐसी चीजों का सेवन करने की सलाह दी जाती है, जिससे हार्ट रिस्क (cardiovascular risk) बढ़ सकता है। शोधकर्ताओं ने रिपोर्ट में कहा कि कीटो डाइट में किए जाने वाला फैट का सेवन हार्ट के लिए खतरनाक हो सकता है।
कुछ रिसर्च यह भी कहती हैं कि कीटो डाइट धमनियों में अकड़न पैदा करती है। हेल्थ एक्सपर्ट इस डाइट को हार्ट डिजीज का कारण मानते हैं।
2. एथलेटिक परफॉर्मेंस में कमी (Reduced athletic performance)
कुछ एथलीट कीटोजेनिक डाइट वजन घटाने के साथ परफॉर्मेंस सुधारने के लिए भी करते हैं। एडवर्ड वीस, पीएचडी, सेंट लुइस विश्वविद्यालय में पोषण और आहार विज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते। वह कहते हैं कि कीटो डाइट पर रहने से परफॉर्मेंस में कमी आ जाती है।
स्पोर्ट्स मेडिसिनऔर फिजिकल फिटनेस जर्नल (Journal of Sports Medicine and Physical Fitness) की स्टडी के मुताबिक वीस और उनके सहयोगियों ने पाया कि प्रतिभागियों ने हाई इंटेंसिटी साइकिलिंग और कीटोजेनिक डाइट पर रहने के चार दिन बाद खराब परफार्म किया था।
वहीं हाई कार्ब डाइट पर रहने वाले लोगों ने अच्छा परफार्म किया था। दरअसल, जब बॉडी कीटोसिस में होती है तो शरीर अधिक अम्लीय अवस्था में रहता है, जो पीक लेवल पर परफॉर्मेंस की क्षमता को लिमिटेड कर देता है। (3)
3. दोबारा वजन बढ़ना (Weight Regain)
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार कीटो डाइट को लंबे समय तक फॉलो नहीं करना चाहिए। इस पर रहना 30 से 90 दिन के लिए ही अच्छा है। इसके बाद बैलेंस डाइट पर रहना ही सही है।
कीटो डाइट की बड़ी समस्या यह है कि ज्यादातर लोगों का डाइट छोड़ने के बाद वापस वजन बढ़ने लगता है, क्योंकि वो कार्ब्स का सेवन शुरू कर देते हैं।
इसलिए कई लोग कीटो डाइट की बजाय बैलेंस डाइट से वजन कम करने की कोशिश करते हैं। इससे कम किया गया वजन स्थायी होता है।
4. मसल्स मास कम होता है (Less muscle mass)
कीटो डाइट से जल्दी वजन कम होने का एक कारण यह भी है कि इससे मसल्स को काफी नुकसान होता है। इससे फैट बर्न होने के साथ मसल्स मास भी बर्न होता है। इससे आप जल्दी पतले हो जाते हैं।
अगर आप प्रोटीन की बजाय बहुत अधिक फैट खा रहे हैं तो इस डाइट से वजन कम तो होगा। लेकिन कुल कम हुए वजन में काफी हिस्सा मसल्स का भी होगा, क्योंकि मांसपेशियों में फैट की तुलना में अधिक कैलोरी बर्न होती है।
जब कोई व्यक्ति कीटोजेनिक डाइट से बाहर आता है, तो वह मूल वजन का अधिकतर हिस्सा वापस से प्राप्त कर लेता है। लेकिन उसमें लीन मसल्स की अपेक्षा फैट गेन अधिक होता है।
5. मुंह से दुर्गंध आना (Mouth smells bad)
यदि आपने कीटो डाइट शुरू की है तो आपने मुंह से आने वाली असामान्य बदबू को नोटिस किया होगा। यह सोशल लाइफ में बहुत ही शर्मनाक (embarrassing) स्थिति होती है।
जब शरीर कीटोसिस का अनुभव करता है तो इसका मतलब है लिवर फैट सेल्स (fat cells) का उपयोग करके कीटोन्स नामक कार्बनिक यौगिकों (compounds called ketones) का उत्पादन कर रहा है।
इनमें एसिटोएसेटिक एसिड (acetoacetic acid), एसीटोन (acetone) और बीटा-हाइड्रॉक्सीब्यूट्रिक एसिड (beta-hydroxybutyric acid) शामिल होते हैं। जब आपका शरीर एनर्जी के लिए फैट सेल्स को तोड़ना शुरू करता है, तो कीटोन्स नामक गैसे उत्पन्न होती हैं, जो दुर्गंध पैदा करती हैं। यह दुर्गंध सांस और पेशाब के माध्यम से बाहर निकलती है।
डाइट शुरू करने के पहले दो सप्ताह तक लोग शिकायत कर सकते हैं कि उनकी सांस में अमोनिया जैसी गंध आती है। वहीं कुछ लोग मुंह से नेल पॉलिश रिमूवर की तरह महक आने की शिकायत करते हैं। इससे बचने के लिए पानी का अधिक सेवन करना चाहिए।
6. बार-बार प्यास लगना (Exceptionally Thirsty)
आमतौर पर जब आप कुछ खाते हैं तो शरीर उसे ग्लूकोज में परिवर्तित करता है। अग्नाश्य (pancreas) को इंसुलिन नामक हार्मोन बनाने के लिए उत्तेजित करता है, उस ग्लूकोज में से कुछ को एनर्जी के लिए कोशिकाओं में ले जाता है जबकि शेष ग्लाइकोजन के रूप में स्टोर्ड रहता है।
लेकिन जब आप उस कार्बोहाइड्रेट का सेवन नहीं करते तो शरीर इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता। ऐसे में कीटोन्स के प्रोडक्शन से इलेक्ट्रोलाइट लेवल बाधित होता है, इससे किडनी से पानी और नमक निकलता है, जिससे बार-बार पेशाब आता है और शरीर में लिक्विड की कमी हो जाती है। ऐसा होने पर बार-बार प्यास लगती है और मुंह सूख जाता है।
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