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त्वचा की देखभाल के लिए बाज़ार में तमाम तरह के लोशन और पोशन मौजूद हैं, पर हममें से ज़्यादातर भारतीय अब भी सौंदर्य के जांचे-परखे पुराने नुस्ख़ों पर यक़ीन रखते हैं. आज भी हम किचन में मौजूद कई चीज़ों को घरेलू नुस्ख़ों के तौर पर इस्तेमाल करते हैं और नैचुरल सौंदर्य पाते हैं. सौंदर्य को बरक़रार रखने में हल्दी के अलावा जिस किचन इन्ग्रीडिएंट का सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होता है, वह है शहद.
त्वचा की देखभाल में शहद का महत्व
रॉ हनी सदियों से अपने सौंदर्य से जुड़े फ़ायदों के लिए जाना जाता रहा है. शहद को त्वचा की तमाम समस्याओं का एक प्रभावी समाधान माना जाता है, ख़ासकर सोरियॉसिस, एग्ज़िमा और ड्राय स्किन जैसी समस्याओं का. अपने हीलिंग व ऐंटी-इन्फ़्लेमेटरी गुणों के चलते शहद का इस्तेमाल घावों पर भी किया जाता है. रॉ हनी को ख़ासतौर पर उसके एक्सफ़ोलिएटिंग गुणों के चलते चेहरे पर लगाया जाता है, जिससे वह चेहरे की रूखी-सूखी और डल स्किन को निकाल देता है और नए स्किन सेल्स की ग्रोथ को प्रोत्साहन मिलता है. आपने भी कई तरह के हनी फ़ेस मास्क्स के बारे में सुना और पढ़ा होगा. चूंकि मौसम सर्दी का है तो हमें सबसे अधिक ज़रूरत पड़ती है स्किन मॉइस्चराइज़र की. बतौर मॉइस्चराइज़र भी शहद एक कमाल का इन्ग्रीडिएंट है. शहद लगभग हर तरह की त्वचा की नमी को बरक़रार रखता है और उन्हें अंदर से निखारता है. इससे आप समझ ही गए होंगे कि शहद एक ऐसा ऑलराउंडर है, जो अकेले दम पर त्वचा की लगभग सभी समस्याओं को ख़त्म कर सकता है. पर…
क्यों ज़रूरी हो गया है शहद के विकल्प तलाशना?
…पर जिस तरह से पिछले दिनों देश के तमाम ब्रैंड्स के शहद के मिलावटी होने की ख़बर आई, उसने शहद से मिलनेवाले इन फ़ायदों पर सवालिया निशान लगा दिया है. बेशक़, शुद्ध शहद अब भी ऊपर बताए गए फ़ायदे पहुंचाता है, पर मिलावटी शहद में इन फ़ायदों के मिलने की गैरेंटी नहीं होती. है ना चिंता की बात? पर आप बेवजह चिंता मत कीजिए हमने ब्यूटी प्रॉडक्ट्स ब्रैंड बॉडी क्यूपिड की डायरेक्टर मानसी चौधरी से जानना चाहा, घरेलू नुस्ख़ों में विश्वास रखने वालों के पास शहद के अलावा और कौन-से किचन इंग्रीडिएंट्स हैं, जो त्वचा को क़ुदरती तरीक़े से मॉइस्चराइज़ करते हैं. उन्होंने हमें एक या दो नहीं, पूरे पांच विकल्पों के बारे में बताया, जो त्वचा की देखभाल में शहद की जगह इस्तेमाल किए जा सकते हैं.
विकल्प # 1 नारियल तेल
बालों में लगाने और कुकिंग ऑयल के तौर पर नारियल तेल के इस्तेमाल से हम सभी वाकिफ़ हैं. यह तेल एसेंशियल फ़ैटी एसिड्स, विटामिन ई, लिनोलेइक एसिक और लॉरिक एसिड से भरपूर होता है. यह एक बेहतरीन मॉइस्चराइज़र है. नारियल तेल में मौजूद लिनोलेइक एसिड त्वचा के प्राकृतिक लिपिड बैरियर को बचाकर, त्वचा की नमी को बरक़रार रखता है. चूंकि नारियल तेल त्वचा द्वारा आसानी से अवशोषित कर लिया जाता है इसलिए यह बेहद रूखी-सूखी त्वचा को भी मॉइस्चराइज़ कर देता है. वहीं लॉरिक एसिड त्वचा के कोलैजन स्ट्रक्चर की मदद करता है. इससे आपकी त्वचा का कसाव और उसकी फ़्लैक्सिबिलिटी बनी रहती है. बहुत सूखी और कटी-फटी को भी नारियल तेल से राहत मिलती है. अगर आप ड्राय स्किन के लिए होममेड फ़ेस पैक बनाना चाहते हैं तो नारियल तेल उसमें ज़रूर शामिल करें. पिसी हुई शक्कर या नमक को नारियल तेल के साथ मिलाकर त्वचा पर स्क्रब करें. इससे ड्राय और स्केली त्वचा में काफ़ी फ़ायदा पहुंचता है.
विकल्प # 2 ओटमील
ब्रेकफ़ास्ट में इस्तेमाल होनेवाले ओटमील का त्वचा देखभाल में भी ख़ूब इस्तेमाल किया जाता है. अगर आपकी त्वचा रूखी, संवेदनशील है तो ओटमील मिल्क से इसे नम और मुलायम बनाया जा सकता है. ओटमील मिल्क बनाने के लिए एक ब्लेंडर में थोड़ा ओट्स और गर्म पानी लें और अच्छी तरह से ब्लेंड करके छान लें. इस मिल्क का इस्तेमाल आप फ़ेस रिंस के तौर पर कर सकते हैं, ख़ासकर जब आपकी त्वचा ड्राय और डीहाइड्रेटेड लगे. ओट्स में सैपोनिन नामक एक कंपाउंड होता है, जो नैचुरल क्लेंज़र का काम करता है. यह क्लेंज़र त्वचा से गंदगी और डेड स्किन को प्रभावी तरीक़े से निकाल बाहर करता है. ओटमील में मौजूद ज़िंक त्वचा पर मौजूद सीबम की अत्यधिक मात्रा को नियंत्रित करता है और ऐक्ने की समस्या को दूर रखता है. पाउडर्ड ओटमील को स्क्रब के तौर पर इस्तेमाल करने पर त्वचा की खुजली से राहत मिलती है.
विकल्प # 3 एलो वेरा
त्वचा देखभाल में एलो वेरा के फ़ायदों से भला कौन अनजान होगा? एलो वेरा जेल में 90% तक पानी होता है, जिसके चलते यह एक बेहतरीन हाइड्रेटर है. इसमें विटामिन ए, बी12, सी और ई की अधिकता होती है. एलो वेरा के हीलिंग गुणों से हम परिचित हैं ही. यह त्वचा की खुजली और एक्ज़िमा से राहत दिलाता है. त्वचा को तुरंत नमी प्रदान करने के लिए आप किसी भी होममेड फ़ेस मॉइस्चराइज़र में एलो वेरा का इस्तेमाल कर सकते हैं. आप चाहे तो एलो वेरा की ताज़ी पत्तियों से जेल निकालें या स्टोर से ख़रीद कर एलो वेरा जेल लाएं, इसका इस्तेमाल आपकी त्वचा को सनबर्न और यूवी रेज़ से बचाता है. त्वचा की नमी को बनाए रखता है. अगर आपके पास आपका रेग्युलर मॉइस्चराइज़र नहीं है तो आप एलो वेरा जेल लगा सकते हैं. यह त्वचा को मुलायम और नम बनाए रखता है.
विकल्प # 4 बादाम तेल
ओमेगा 3 फ़ैटी एसिड्स, विटामिन ए, विटामिन ई और ज़िंक से भरपूर बादाम तेल एक बेहतरीन स्किन हीलर के रूप में जाना जाता है. ओमेगा 3 फ़ैटी एसिड के चलते बादाम का तेल आपकी त्वचा को पोषण प्रदान करता है, रूखी त्वचा में नमी लौटाता है और सबसे बड़ी बात, इस पूरी प्रक्रिया के दौरान त्वचा को ग्रीसी यानी चिपचिपी नहीं बनाता. इस तेल में मौजूद ज़िंक घाव या चोट के निशानों को दूर करता है और त्वचा की रंगत निखारता है. इतना ही नहीं बादाम के तेल के इस्तेमाल से लंबे समय तक धूप में निकलने पर त्वचा को होनेवाले नुक़सान की भरपाई हो जाती है. आपकी स्किन का टोन और टेक्सचर भी सुधरता है.
विकल्प # 5 दूध
दूध विटामिन ए, विटामिन डी और लैक्टिक एसिड से भरपूर होता है, जो कि बेहतरीन स्किन नरिशिंग और मॉइस्चराइज़िंग एजेंट्स हैं. यदि कभी आपको अपनी त्वचा में खिंचाव या रूखापन महसूस हो तो त्वचा पर सीधे दूध लगाएं, इससे त्वचा नम और मुलायम बनेगी. दूध को एक सौम्य एक्सफ़ोलिएटर के तौर पर भी जाना जाता है. इसका मतलब यह है कि यदि आप त्वचा पर नियमित रूप से दूध लगाते हैं तो स्किन रिन्यूअल प्रोसेस में मदद मिलती है. यह त्वचा के डेड स्किन लेयर को सौम्यता से हटा देता है और उसके नीचे प्राकृतिक रूप से रिन्यूअल का प्रोसेस शुरू कर देता है. त्वचा की सूजन को कम करने में भी दूध के कमाल के फ़ायदे हैं. यह ड्राय और ऑयली दोनों तरह की त्वचा पर समान रूप से प्रभावी है
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