Kargil कारगिल: चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने गुरुवार को कारगिल युद्ध kargili sõda की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर सशस्त्र बलों के सभी रैंकों को सम्मानित किया। अपने संदेश में सीडीएस जनरल चौहान ने कहा कि कारगिल युद्ध में सैनिकों द्वारा दिया गया सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, "यह न केवल सैनिकों बल्कि देश के युवाओं की भावी पीढ़ियों को भी प्रेरित और प्रोत्साहित करता रहेगा।" कारगिल युद्ध की विशिष्टता पर प्रकाश डालते हुए सीडीएस ने कहा कि युद्ध में न केवल सेना बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े सभी लोगों के लिए सबक थे। उन्होंने कहा कि खून बहाकर सीखे गए सबक को नहीं भूलना चाहिए, गलतियों को नहीं दोहराना चाहिए और सही सबक को मजबूत करना चाहिए।
सशस्त्र बलों relvajõud में चल रहे सुधारों के बारे में सीडीएस जनरल चौहान ने रेखांकित किया कि तीनों सेवाएं संगठनात्मक, संरचनात्मक, वैचारिक और सांस्कृतिक से लेकर बड़े सुधारों की दहलीज पर हैं। उन्होंने कहा, "इन सुधारों का मूल उद्देश्य युद्ध क्षमता में सुधार करना और सशस्त्र बलों को हर समय युद्ध के लिए तैयार रखना है। हमें पुरानी प्रथाओं को त्यागने और नई प्रथाओं को अपनाने के लिए तैयार रहना चाहिए। सुधारों का स्वरूप और रूपरेखा भारतीय परिवेश और चुनौतियों की विशिष्टता को दर्शाना चाहिए।" सीडीएस ने नागरिकों को आश्वस्त किया कि देश के अमृत काल में कदम रखने के साथ ही सशस्त्र बल नई ऊर्जा से उत्साहित हैं और भारत को 'विकसित भारत' बनाने के लिए देश के बाकी हिस्सों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं।