मुंगेर : मुंगेर में झोला छाप डॉक्टर की करतूत सामने आई है। जहां घाव का ड्रेसिंग कराने गयी 75 साल की बुजुर्ग महिला की मौत हो गयी है। इस घटना के बाद से परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है। परिजन आरोपी झोला छाप डॉक्टर पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। दरअसल वृद्ध …
मुंगेर : मुंगेर में झोला छाप डॉक्टर की करतूत सामने आई है। जहां घाव का ड्रेसिंग कराने गयी 75 साल की बुजुर्ग महिला की मौत हो गयी है। इस घटना के बाद से परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है। परिजन आरोपी झोला छाप डॉक्टर पर कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
दरअसल वृद्ध महिला के पैर के अंगूठे में घाव हो गया था उसी का ड्रेसिंग कराने के लिए परिजन उसे लेकर ग्रामीण डॉक्टर के क्लीनिक पर पहुंचे थे। जहां ड्रेसिंग करने से पहले बुजुर्ग महिला को बेहोश करने के लिए ग्रामीण डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगाते हुए महिला अचेत हो गयी। महिला की बिगड़ते हालात को देखते हुए ग्रामीण डॉक्टर ऑक्सीजन लाने के बहाने क्लिनिक से गायब हो गया।
मरीज की नाजुक स्थिति को देख परिजन उन्हें लेकर अनुमंडलीय अस्पताल गये। जहां ड्यूटी पर तैनात सरकारी डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। इस घटना से गुस्साएं परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया और आरोपी डॉक्टर पर कार्रवाई करने की मांग करने लगे। वही ऐसे झोला छाप ग्रामीण डॉक्टरों की क्लिनिक को बंद करने की बात कही। परिजनों ने झोला छाप डॉक्टर के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
घटना मुंगेर में हवेली खड़गपुर प्रखंड अंतर्गत बड़ी मुढ़ेरी की है जहां 75 वर्षीया रुक्मिणी देवी अपनी बेटी से मिलने तारापुर थाना के गोगाचक गांव आई थी। उसके पैर में फुंसी निकल गया था। ग्रामीण चिकित्सक मुकेश कुमार जिनका क्लिनिक मोहनगंज के आसपास बताया जाता है। मुकेश ने इलाज करने का जिम्मा लिया। उन्होंने महिला को उनके बेटी के घर पर बेहोशी का इंजेक्शन देकर जख्म को साफ कर बैंडेज करने लगा। महिला होश में नहीं आई। बेटी ने जब चिकित्सक से शिकायत की तो वह दवाई और पर्ची समेट कर ऑक्सीजन लाने का बहाना बना क्लिनिक से फरार हो गये।
डॉक्टर के नहीं आने पर परिजनों के द्वारा महिला को अस्पताल ले जाया गया। डॉ. मदन कुमार ने चिकित्सा प्रारंभ करने के पूर्व जांच में ही उसे मृत बताया। परिजनों ने अस्पताल के पास बवाल काटा। ग्रामीण चिकित्सक का नाम लेकर ग्रामीण चिकित्सक पर मार देने का आरोप लगाते रहे। स्थिति को भापते हुए सूचना पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में थाना पुलिस बल पहुंच मामले की जांच करते हुए परिजनों के द्वारा दिए आवदेन पर मामला दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई में जुट गई है। वहीं इस मामले में एसडीपीओ तारापुर सिंधु शेखर सिंह ने बताया की परिजनों ने के ग्रामीण चिकित्सक पर गलत सुई देने पर मरीज को मौत का आरोप लगाया है जिसके आवेदन पर मामला दर्ज कर लिया गया है।