रांची : रांची के अनगड़ा में एक दुष्कर्म आरोपी की ग्रामीणों ने पिटाई कर दी। पिटाई के बाद उसकी शरीर पर जहरीली तेल मल दी। मामले में युवक की मौत हो गई है। पुलिस ने मामले पर तुरंत कार्रवाई करते हुए 17 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने कहा है कि सभी आरोपियों …
रांची : रांची के अनगड़ा में एक दुष्कर्म आरोपी की ग्रामीणों ने पिटाई कर दी। पिटाई के बाद उसकी शरीर पर जहरीली तेल मल दी। मामले में युवक की मौत हो गई है। पुलिस ने मामले पर तुरंत कार्रवाई करते हुए 17 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने कहा है कि सभी आरोपियों ने अपने गुनाह को कबूल कर लिया है। उनका साफ तौर पर कहा कि दुष्कर्म आरोपी को सबक सिखाने के लिए हमने ऐसा काम किया।
इनकी हुई गिरफ्तारी
अनगड़ा पुलिस ने ग्राम प्रधान सत्यनारायण मुंडा, युवती के पिता और चचेरे भाई समेत गांव के अनिल मुंडा, सुरेंद्र मुंडा, शिवनाथ मुंडा, दिगंबर सिंह मुंडा, चरवाह मुंडा, मनीनाथ सिंह मुंडा, कलिंदर मुंडा, जलेश्वर मुंडा, नरेश्वर मुंडा, प्रदीप मुंडा, पीतांबर मुंडा, कालेश्वर बेदिया, मोहर सिंह मुंडा और रंगलाल सिंह मुंडा (कुल 17) को गिरफ्तार कर लिया। अनगड़ा थाना प्रभारी दिलेश्वर कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। मृतक के शव को पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार ग्रामीणों ने अपना जुर्म कबूल लिया है।
मेले से लौटने के दौरान युवती का किया था रेप
मामला 15 जनवरी 2024 का बताया जा रहा है। जोन्हा फॉल में टुसू मेला लगा था। मेढ़ा गांव की एक युवती अपनी सहेलियों के साथ मेला देखने गई थी। लौटने के दौरान गांव के ही धनीराम मुंडा ने युवती को पकड़ लिया और उसे जंगल की ओर ले गया। उसके बाद धनीराम ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। युवती ने जंगल से फोन पर अपने चचेरे भाई को घटना की जानकारी दी। जिसके बाद उसका भाई गांव के आधा दर्जन लोगों के साथ रात में ही जंगल पहुंचा और लड़की व दुष्कर्म के आरोपी दोनों को गांव ले आया। इस दौरान ग्रामीणों ने धनीराम मुंडा के साथ मारपीट की, फिर उसे एक घर में कैद कर दिया।
16 जनवरी को गांव में हुई बैठक
16 जनवरी को ग्राम प्रधान सत्यनारायण मुंडा की अध्यक्षता में ग्रामीणों की बैठक हुई। बैठक में घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपी की पिटाई की। इसके बाद उसके पूरे शरीर पर भेलवा का जहरीला तेल मल दिया। इसके कारण धनीराम गंभीर रूप से घायल हो गया। 24 जनवरी को धनीराम के घरवालों ने उसे इलाज के लिए जोन्हा के एक नीजी क्लिनिक में भर्ती किया। इलाज के दौरान 25 जनवरी को उसकी मौत हो गई। इसके बाद मृतक के भाई बलराम मुंडा ने घटना की सूचना रांची के अनगड़ा पुलिस को दी।