
धनबाद: डायरेक्टर जेनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीआई) जमशेदपुर की टीम ने सोमवार को धनबाद में बड़ी कार्रवाई की है। करवंचना के बड़े मामले सामने आने की बात कही गई। गोविंदपुर थाना क्षेत्र के भितिया मोड़ स्थित जय टीएमटी और श्याम शर्मा के घर और कार्यालय पर एक साथ छापेमारी की गई। डीजीजीआई जमशेदपुर की टीम …
धनबाद: डायरेक्टर जेनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (डीजीजीआई) जमशेदपुर की टीम ने सोमवार को धनबाद में बड़ी कार्रवाई की है। करवंचना के बड़े मामले सामने आने की बात कही गई। गोविंदपुर थाना क्षेत्र के भितिया मोड़ स्थित जय टीएमटी और श्याम शर्मा के घर और कार्यालय पर एक साथ छापेमारी की गई। डीजीजीआई जमशेदपुर की टीम ने सुबह सात बजे से देर शाम तक छापेमारी की। इसके बाद डीजीजीआई की टीम कई कागजात अपने साथ ले गई। श्याम शर्मा झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के करीबी झामुमो नेता अमितेश सहाय के कारोबारी सहयोगियों में एक है। अमितेश सहाय के करीबी बताए जाते हैं। छापेमारी में करवंचना के बड़े मामले के पकड़ में आने की संभावना है।
जीएसटी सूत्रों की मानें, तो टीम ने पुख्ता तैयारी के साथ छापेमारी की है। यहां आने के पहले पूरा डाटा एनालिसिस किया गया और इसके बाद छापेमारी की गई। छापेमारी से चर्चाओं का बाजार गर्म है। हालांकि झामुमो नेता अमितेश सहाय ने कार्रवाई से खुद को पूरी तरह अलग बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा मानसिकता वाले इस छापेमारी से उन्हें जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। जीएसटी की टीम न तो उनके आवास और न ही उनके कार्यालय आई है। उन्होंने कहा कि उनके एकाउंटेंट से कुछ पूछताछ की और खाता देखा। इस दौरान पता चला कि वे गलत पते पर आ गए हैं। इसके बाद वे चले गए। श्याम शर्मा के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे उनके कई कारोबारी सहयोगियों में एक हैं। उनका कुछ निजी व्यवसाय भी है। यदि वहां कोई कार्रवाई हो रही है, तो उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। यह भी कहा कि यदि कोई केंद्रीय जांच एजेंसी उनके घर या कार्यालय में कार्रवाई कर रही होती, तो उन्हें उनके साथ रहना पड़ता। वे शहर में नहीं घूम रहे होते।
