झारखंड

Jharkhand : झारखंड शीतकालीन सत्र में विधायक ढुल्लू महतो ने इलाजरत विधायक इंद्रजीत महतो को राशि नहीं मिलने का मुद्दा उठाया

21 Dec 2023 1:49 AM GMT
Jharkhand : झारखंड शीतकालीन सत्र में विधायक ढुल्लू महतो ने इलाजरत विधायक इंद्रजीत महतो को राशि नहीं मिलने का मुद्दा उठाया
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रांची: झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का गुरुवार (21 दिसंबर) को पांचवां और आखिरी दिन होगा. प्रतिनिधि सभा में बातचीत शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने शोर मचाना शुरू कर दिया. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों दलों के सांसद एक दूसरे पर हमलावर नजर आए. हालांकि, इस बीच स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने उन्हें बार-बार …

रांची: झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र का गुरुवार (21 दिसंबर) को पांचवां और आखिरी दिन होगा. प्रतिनिधि सभा में बातचीत शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने शोर मचाना शुरू कर दिया. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों दलों के सांसद एक दूसरे पर हमलावर नजर आए. हालांकि, इस बीच स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने उन्हें बार-बार शांत होने के लिए कहा, लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दोपहर 12.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.

प्रदीप यादव ने कहा- बाबूलाल द्वारा आसान पर आरोप लगाना 'विधानसभा की अवहेलना'

सदन की कार्यवाही शुरू होने के बाद विधायक प्रदीप यादव ने व्यवस्था के माध्यम से मामला उठाते हुए कहा कि कल बुधवार (20 दिसंबर) को बाबूलाल मरांडी द्वारा आसान पर आरोप लगाना, विधानसभा की अवहेलना है. बाबूलाल मरांडी पर कारवाई करें ये विशेषाधिकार का मामला बनता है.

वहीं नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने प्रदीप यादव के आरोपों पर कहा कि ये ज्यादा जानते है सदन के बारे में क्या? बाबूलाल मरांडी भी विधायक है सदन के कागजों पर बाबूलाल मरांडी आज भी जेवीएम के विधायक है क्या बाबूलाल मरांडी अपनी बात सदन में नहीं रख सकते? बाबूलाल मरांडी ने अपनी पीड़ा बताई है वो विधायक किसी की कृपा पर नहीं बने है राजधनवार की जनता ने उन्हें चुना है.

सदन की कार्यवाही साढ़े 12 बजे तक के लिए स्थगित

नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने विधायक प्रदीप यादव की बातों को स्पंज करने की मांग की साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदीप यादव माफी मांगें. वहीं नेता प्रतिपक्ष की बातों का पलटवार करते हुए प्रदीप यादव ने कहा कि बाबूलाल ने आसान का अपमान किया है. वो आज भी जेवीएम के विधायक है मैं उनके विधायक दल का नेता हूं उन्होंने आज तक मुझसे बोलने का समय नहीं मांगा. इस बीच बीजेपी के विधायक वेल में पहुंच गए और वे हंगामा करने लगे. सत्तापक्ष और विपक्ष विधायक इस बीच एक दूसरे पर हमलावार हुए इस बीच स्पीकर उन्हें बार-बार आग्रह करते हुए शांत रहने की बात कहते हुए सदन की कार्यवाही साढ़े 12 तक स्थगित के लिए स्थगित कर दी गई.

सदन में आज प्रश्न काल और राजकीय विधेयक और गैर सरकारी सदस्यों का कार्य होगा. आज गैर-सरकारी संकल्प के साथ ही सरकार सदन में अपना वक्तव्य देगी. सदन में सीएम हेमंत सोरेन के जवाब पर तमाम सदस्यों की नजर रहेगी.

विधानसभा के शीतकालीन सत्र का चौथा दिन क्या हुआ

झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी के विधायकों ने सदन के बाहर हंगामा और प्रदर्शन किया. उन्होंने नियोजन नीति समेत रोजगार सहित अन्य मांगों को लेकर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान बीते दिन 19 दिसंबर को सदन की कार्यवाही के दौरान निलंबित हुए विधायक भी धरने पर बैठे.

इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बीजेपी विधायकों ने वेल में पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया. बीजेपी विधायकों के हंगामा के बीच सदन की कार्यवाही सिर्फ 16 मिनट तक ही चली इसके बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही साढ़े 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

शीतकालीन सत्र के चौथे दिन 1932 खतियान आधारित स्थानीय नीति विधेयक पास हो गया. बता दें, भोजनावकाश के बाद सदन की कार्यवाही के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बिना संशोधन के बिल पारित करने का प्रस्ताव रखा. इसके बाद 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति विधेयक बिना संशोधन के सदन में पारित हुआ. इसके बाद प्रज्ञान इंटरनेशनल विश्वविद्यालय (निरसन) विधेयक 2023 सदन में पेश किया गया. यह प्रज्ञान इंटरनेशनल विश्वविद्याल निरसन विधेयक 2023 सदन से पारित हुआ.

1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति यहां की मांग- सीएम हेमंत

भोजनावकाश के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सदन में पहुंचे. विधेयक पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि 11 नवंबर 2022 को सदन से पारित इस विधेयक को बिना किसी संशोधन के पारित करने के लिए सदन में पेश किया गया था. मुख्यमंत्री ने कहा विगत दिनों हमने इसे पारित किया था फिर राज्यपाल ने इसे वापस किया था. 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति यहां की मांग है इसी के अनुरूप पिछले साल 11 नवंबर को ध्वनिमत से पारित कर राज्यपाल को भेजा था उस वक्त विपक्ष ने भी सहमति दी थी.

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