झारखंड

Jharkhand : मौसम साफ होते ही हैदराबाद रवाना होंगे सभी विधायक

1 Feb 2024 12:58 AM GMT
Jharkhand : मौसम साफ होते ही हैदराबाद रवाना होंगे सभी विधायक
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रांची : झारखंड में सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद राज्य की सियासी हलचल और तेज हो गई है. बीते दिन 31 जनवरी को सत्ता पक्ष के विधायकों ने चंपई सोरेन को अपने विधायक दल का नेता चुना और इसके उपरांत विधायकों का समर्थन पत्र लेकर चंपई सोरेन राजभवन पहुंचे जहां उन्होंने राज्यपाल के …

रांची : झारखंड में सीएम हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद राज्य की सियासी हलचल और तेज हो गई है. बीते दिन 31 जनवरी को सत्ता पक्ष के विधायकों ने चंपई सोरेन को अपने विधायक दल का नेता चुना और इसके उपरांत विधायकों का समर्थन पत्र लेकर चंपई सोरेन राजभवन पहुंचे जहां उन्होंने राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा किया मगर राज्यपाल की तरफ से अबतक कोई जवाब नहीं आया है. वहीं इस बीच चंपई सोरेन सभी विधायकों को एकजुट रख रहे है.

हैदराबाद शिफ्ट होंगे सभी विधायक
सभी विधायक राजधानी के सर्किट हाउस में एकजुट है और अब खबर आ रही है कि सभी विधायकों को यहां (रांची) से हैदराबाद शिफ्ट किया जाएगा. हालांकि राजधानी में आज मौसम खराब है और इसी वजह से सभी विधायक सर्किट हाउस में है कहा जा रहा है कि मौसम दोपहर तक जैसे ही मौसम साफ होती है सभी विधायकों को चार्टर्ड प्लेन से हैदराबाद शिफ्ट कर दिया जाएगा.

झारखंड में सियासी उठा-पटक के बीच रांची के सर्किट हाउस में सत्तापक्ष के विधायकों जमावड़ा लगा है. सियासी संकट पर मंथन जारी है. चंपई सोरेन का राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया है. शपथ के लिए राज्य भवन से बुलावा आने का इंतजार हो रहा है. देशभर की निगाहें राजभवन पर टिकी है. बता दें कि कल ही चंपई सोरेन ने राज्यपाल को समर्थन पत्र सौंपा और सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है. चंपई सोरेन के 43 विधायकों के समर्थन में है.

सर्किट हाउस में माले विधायक विनोद सिंह पहुंच है. विनोद सिंह ने बताया कि अभी सत्ताधारी दल के विक्धायकों की बैठक होगी. राज्यपाल से फिर एक बार अनुरोध करेंगे. चंपई सोरेन के नेतृत्व में सरकार गठन का मौका दें.

सूत्रों के अनुसार, चंपई सोरेन ने निर्धारित समय राजभवन से मांगा है. समय नही मिलने पर सभी विधायक राजभवन में धरना दे सकते हैं. या सभी विधायकों को कहीं शिफ्ट किया जा सकता है. तेलंगाना या बैंगलोर जा सकते है अन्यथा सभी विधायक न्यायालय का दरवाजा भी खटखटा सकते है.

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