
रांची : झारखंड में चल रही राजनीतिक गहमा-गहमी के बीच राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन (Governor CP Radhakrishnan) आज रांची पहुंच गए हैं। 5 दिनों तक चेन्नई में रहने के बाद वे रविवार की शाम रांची पहुंचे। एयरपोर्ट से बाहर निकलते हुए सीपी राधाकृष्णन ने मीडिया से कोई बात नहीं की। एयरपोर्ट के अंदर से निकले कार …
रांची : झारखंड में चल रही राजनीतिक गहमा-गहमी के बीच राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन (Governor CP Radhakrishnan) आज रांची पहुंच गए हैं। 5 दिनों तक चेन्नई में रहने के बाद वे रविवार की शाम रांची पहुंचे। एयरपोर्ट से बाहर निकलते हुए सीपी राधाकृष्णन ने मीडिया से कोई बात नहीं की। एयरपोर्ट के अंदर से निकले कार में बैठे राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन विंडो का शीशा नीचे करके हाथ जोड़कर आगे बढ़ गये। आपको बता दें कि साल 2024 के पहले ही दिन जब ये खबर आई कि गांडेय के विधायक सरफराज अहमद ने इस्तीफा दे दिया है, तो राजनीतिक हलचल तेज हो गई थी।
चर्चा यह शुरू हो गई कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन गांडेय से चुनाव लड़ सकती हैं। ऐसे में सबकी निगाहें राजभवन पर टिक गई कि क्या वर्षों से राजभवन में पड़ा लिफाफा अब खुल सकता है। लेकिन उसके दूसरे ही दिन यानी 2 जनवरी की शाम को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन रांची से चेन्नई के लिए रवाना हो गए थे। हालांकि राज्यपाल का ये दौरा व्यक्तिगत कारणों से था, लेकिन इसके भी सियासी मायने निकाले जा रहे थे।
बता दें कि चेन्नई जाने से पहले झारखंड में तेजी से बदलते सियासी हालात पर राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने प्रतिक्रिया दी है। कहा कि जिन लोगों ने कुछ गलत किया है, उनको परिणाम भुगतना होगा। कहा कि राजभवन राज्य की कानून व्यवस्था पर बराबर नजर रखे हुए हैं। राज्य में लॉ एंड ऑडर की हालत दयनीय है। ये पीड़ा देने वाला है और दुर्भाग्यपूर्ण है। जानकारों का मानना है कि राज्यपाल का सीधा इशारा हेमंत सोरेन और उनकी सरकार पर है। गौरतलब है कि भूमि घोटाला मामले में हेमंत सोरेन को ईडी की ओऱ से सात समन जारी हो चुके हैं। लेकिन वे ईडी के समक्ष प्रस्तुत नहीं हुए हैं।
