इस्लामी मुल्क ईरान में महिलाओं ने हिजाब का जोरदार विरोध शुरू कर दिया है। वह भी उस दिन, जब सरकार की ओर से देश में हिजाब और शुद्धता दिवस मनाया जा रहा था। सड़कों पर उतरी महिलाओं ने सख्त नियमों का कड़ा विरोध किया और अपने हिजाब उतारकर फेंक दिए। उन्होंने नकाब हटाकर सार्वजनिक तौर पर वीडियो बनाए और इन्हें पोस्ट कर इस्लामिक रिपब्लिक में हिजाब पाबंदी की विरोध किया।
1979 की इस्लामी क्रांति के बाद लागू ईरान के कानून के मुताबिक, नौ साल से ज्यादा की सभी महिलाओं को सार्वजनिक तौर पर अपने बाल ढकना अनिवार्य है। 12 जुलाई को सरकारी विशेष दिवस पर महिलाओं का रुख भांपकर सरकार ने चौकसी भी बरती। उसने 11 जुलाई को ही कई मुखर महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया था। उधर, सालों से सख्त नियमों का विरोध कर रही महिलाओं ने इस अवसर को हिजाब की खिलाफत के लिए इस्तेमाल किया। तय वक्त पर महिलाएं सड़कों पर निकलीं और अपने हिजाब व शॉल उतारकर फेंक दिए। इसके बाद उन्होंने सार्वजनिक परिवहन सेवाओं का उपयोग किया तो दुकानों में खरीदारी भी की। उन्होंने सार्वजनिक तौर पर अपने नकाब हटाकर वीडियो भी बनाए। कई स्थानों पर तो पुरुषों ने भी उनका जमकर साथ दिया।
सरकार ने सेना को सौंप रखा है पाबंदी लागू कराने का जिम्मा
ईरान की सरकार ने महिलाओं पर हिजाब पाबंदी लागू कराने का जिम्मा सेना को सौंप रखा है। सड़कों पर महिलाओं के विरोध की सूचना मिली तो सरकार ने टेलीविजन पर शुद्धता दिवस का वीडियो प्रसारित किया। इसमें हरे हिजाब और लंबे सफेद कपड़े पहने 13 महिलाओं को नृत्य करते दिखाया गया।