शिमला। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री द्वारा मंगलवार को शिमला में अपने कार्यालय कक्ष में भाषा एवं संस्कृति विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ एक बैठक की। इसमें प्रदेश में विभिन्न शक्तिपीठों तथा सरकार द्वारा नियंत्रित अन्य मंदिरों में श्रद्धालुओं हेतु सुविधाओं को और बेहतर करने के बारे में व्यापक विचार-विमर्श किया गया। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि …
शिमला। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री द्वारा मंगलवार को शिमला में अपने कार्यालय कक्ष में भाषा एवं संस्कृति विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ एक बैठक की। इसमें प्रदेश में विभिन्न शक्तिपीठों तथा सरकार द्वारा नियंत्रित अन्य मंदिरों में श्रद्धालुओं हेतु सुविधाओं को और बेहतर करने के बारे में व्यापक विचार-विमर्श किया गया। उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल में स्थित सभी प्रसिद्ध शक्तिपीठों तथा अन्य मंदिरों की वैभवता को बनाए रखने के लिए व्यापक कार्य योजना विभाग तैयार कर रहा है। इसके अंतर्गत सभी मुख्य मंदिरों के विस्तारीकरण व जीर्णोद्धार के कार्य में और तेजी लाई जाएगी। सभी मंदिरों में ऑनलाइन पूजन व दर्शन की सुविधा तथा आरती का लाइव प्रसारण, ऑनलाइन दान की सुविधा, लंगर हेतु ऑनलाइन बुकिंग इत्यादि की सुविधाएं देने की व्यवस्था की जा रही है। इसके अतिरिक्त मंदिरों की आय-व्यय का ब्यौरा भी सार्वजनिक करने का निर्णय लिया गया।
उप-मुख्यमंत्री ने बताया कि राम लल्ला की प्राण प्रतिष्ठा के दृष्टिगत हिमाचल में पूर्ण भक्तिमय वातावरण तैयार हुआ है। इसी के दृष्टिगत दिल्ली में आयोजित हो रहे भारत पर्व में हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा हिमाचल के रघुनाथ शीर्षक से कुल्लू दशहरा की झांकी को दर्शाया गया है। यह झांकी 23 जनवरी से 31 जनवरी तक भारत पर्व के अंतर्गत लाल किले पर दर्शाई जाएगी। शिमला स्थित राज्य संग्रहालय इस वर्ष अपने 50 वर्ष पूर्ण कर रहा है। इस दौरान संग्रहालय में वर्ष भर विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित करने का निर्णय लिया गया, जिसमें सेमिनार व प्रदर्शनियों का आयोजन तथा संग्रहालय का भ्रमण करवाया जाएगा। उप-मुख्यमंत्री ने बताया कि विभाग द्वारा अपनी द्विमासिक पत्रिका बिपाशा का हिमाचल निर्माता डा. यशवंत सिंह परमार पर विशेषांक बनकर तैयार हो गया है, जिसका विमोचन पूर्ण राज्यत्व दिवस समारोह में मुख्यमंत्री द्वारा किया जाएगा।