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सर्दियां लील गईं 128 जानें, 37 आशियाने उजड़े

8 Feb 2024 3:59 AM GMT
सर्दियां लील गईं 128 जानें, 37 आशियाने उजड़े
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शिमला। सर्दियों का मौसम अब तक 128 लोगों की जान ले चुका है। यह आंकड़ा बीते 38 दिन का है। इस अवधि के दौरान अलग-अलग वजहों से यह मौतें हुई हैं। स्टेट एमर्जेंसी ऑपरेशन सेंटर ने आंकड़ा सार्वजनिक किया है। बर्फबारी थमते ही तमाम विभागों ने जिलों से रिपोर्ट प्रदेश मुख्यालय को भेजी हैं। हादसों की …

शिमला। सर्दियों का मौसम अब तक 128 लोगों की जान ले चुका है। यह आंकड़ा बीते 38 दिन का है। इस अवधि के दौरान अलग-अलग वजहों से यह मौतें हुई हैं। स्टेट एमर्जेंसी ऑपरेशन सेंटर ने आंकड़ा सार्वजनिक किया है। बर्फबारी थमते ही तमाम विभागों ने जिलों से रिपोर्ट प्रदेश मुख्यालय को भेजी हैं। हादसों की वजह से 228 लोग घायल भी हुए हैं। सबसे ज्यादा मौतें सिरमौर में हुई हैं। यहां पहली से सात फरवरी के बीच 27 लोगों की जान जा चुकी है। प्रदेश में छह लोग अभी भी लापता हैं। इनमें चार सोलन में जबकि किन्नौर और कुल्लू में एक-एक व्यक्ति का अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है। बर्फबारी की वजह से प्रदेश भर में 37 आशियानें उजड़े हैं। इनमें से 18 पक्के जबकि 19 कच्चे मकान शामिल हैं। घरों को सबसे ज्यादा नुकसान शिमला में हुआ है। यहां 16 पक्के मकान जबकि चार कच्चे मकान अब तक धराशायी हो चुके हैं। इसके अलावा कुल्लू और सिरमौर में भी एक-एक पक्का मकान तीने 38 दिनों में गिरा है।

कुल्लू में पांच कच्चे मकान भी बर्फबारी की भेंट चढ़ चुके हैं। इसके अलावा चंबा, मंडी, सिरमौर में तीन-तीन जबकि सोलन में एक मकान गिरने का रिकार्ड दर्ज हुआ है। प्रदेश में अब तक 50 करोड़ 94 लाख रुपए का नुकसान अभी तक आंका गया है। दो करोड़ 84 लाख रुपए का झटका बिजली बोर्ड को भी लगा है। बर्फबारी से डेढ़ हजार ट्रांसफार्मर व हाई वोल्टेज लाइनें टूट गई थी। ट्रांसफार्मर ठप होने से 71 लाख, हाईवोल्टेज लाइन के टूटने से 71 लाख 18 हजार और एलटी लाइनों से 88 लाख 89 हजार रुपए के नुकसान का अनुमान बोर्ड ने अभी तक लगाया है। 53 लाख से ज्यादा नुकसान बर्फबारी प्रभावित क्षेत्रों में खंभों के गिरने से भी बोर्ड को हुआ है। पीडब्ल्यूडी ने राज्य सरकार को 32 करोड़ 75 लाख रुपए के नुकसान की रिपोर्ट भेजी है। इसमें सबसे ज्यादा 14 करोड़ 66 लाख का नुकसान डलहौजी सर्किल में दर्ज किया है। मंडी जोन में आठ करोड़ 79 लाख, मंडी सर्किल में चार करोड़ 21 लाख, कुल्लू में तीन करोड़ 49 लाख, जोगिंद्रनगर में एक करोड़ आठ लाख, शिमला में सात करोड़ 78 लाख इनमें तीन करोड़ 52 लाख अकेले शिमला में, रामपुर में दो करोड़ 54 लाख और रोहड़ू में एक करोड़ 71 लाख का नुकसान हुआ है। एनएच को एक करोड़ 51 लाख का नुकसान है। प्रदेश भर में 247 सडक़ें अभी भी बाधित हैं।

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