
पालमपुर। वंदे भारत जैसी लग्जरी रेलगाडिय़ों का पठानकोट में न रुकना निराशाजनक है। यह बात पूर्व सीएम शांता कुमार ने यहां जारी एक बयान में कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को रेलवे सुविधाओं से जोडऩे वाला स्थान केवल पंजाब का पठानकोट नगर ही है और लगभग पूरा हिमाचल उसी स्थान से पूरे देश के लिए …
पालमपुर। वंदे भारत जैसी लग्जरी रेलगाडिय़ों का पठानकोट में न रुकना निराशाजनक है। यह बात पूर्व सीएम शांता कुमार ने यहां जारी एक बयान में कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश को रेलवे सुविधाओं से जोडऩे वाला स्थान केवल पंजाब का पठानकोट नगर ही है और लगभग पूरा हिमाचल उसी स्थान से पूरे देश के लिए रेल सुविधा प्राप्त करता है। शांता कुमार ने कहा कि रेल मंत्रालय ने दो नई बंदे भारत रेलगाडिय़ां दिल्ली से जम्मू के लिए प्रारंभ की हैं। देश की राजधानी दिल्ली में हिमाचल प्रदेश के लाखों लोग रहते हैं। उनका इन्हीं गाडिय़ों से हिमाचल में आना-जाना होता है परंतु गाडिय़ों का पठानकोट स्टेशन पर ठहराव न होने के कारण ऐसे सभी यात्रियों को आगे पीछे चढऩा उतरना पड़ता है, जिससे उन्हें बड़ी असुविधा होती है।
पंजाब और जम्मू कश्मीर से भी बहुत से लोग पठानकोट से ही रेल सुविधा प्राप्त करते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार ने रेलमंत्री को पत्र लिखकर विशेष आग्रह किया है कि बंदे भारत रेलगाडिय़ों का पठानकोट में रुकना बहुत आवश्यक है। इन दोनों रेलगाडिय़ों का एक ठहराव पठानकोट में बनाना बहुत आवश्यक है। उन्होंने आशा व्यक्त की है कि वह जनहित और विशेषकर हिमाचल हित में यह आदेश शीघ्र पारित करवाने की व्यवस्था करेंगे। इसके साथ ही प्रदेश का एकमात्र बड़ा उद्योग पर्यटन इसी बात पर निर्भर करता है और हिमाचल आने वाले पूरे देश-विदेश के पर्यटक भी पठानकोट उतरना चाहते हैं।
