शिमला। मैदानी इलाकों में लगातार धुंध छाए रहने की वजह से ठंड बढ़ गई है। शुष्क मौसम से ऊंचाई वाले क्षेत्रों का तापमान स्थिर बना हुआ है, जबकि निचले क्षेत्रों में तेजी से तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। शनिवार को शिमला में दिन का तामपान 17 डिग्री, कल्पा में 14 और केलांग में …
शिमला। मैदानी इलाकों में लगातार धुंध छाए रहने की वजह से ठंड बढ़ गई है। शुष्क मौसम से ऊंचाई वाले क्षेत्रों का तापमान स्थिर बना हुआ है, जबकि निचले क्षेत्रों में तेजी से तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। शनिवार को शिमला में दिन का तामपान 17 डिग्री, कल्पा में 14 और केलांग में 11 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जबकि सोलन में दिन का तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस बना हुआ था। इसके मुकाबले ऊना और सिरमौर के धौलाकुआं में धुंध छाए रहने की वजह से शनिवार को सबसे न्यूनतम स्तर पर तापमान पहुंच गया। प्रदेश में सबसे ज्यादा तापमान सोलन में दर्ज किया गया है। यहां मौसम विभाग ने आगामी 72 घंटे के लिए मैदानी इलाकों में एक बार फिर यलो अलर्ट जारी किया है।
मौसम के लगातार शुष्क बने रहने से मैदानी इलाकों में ठंड ज्यादा बढ़ गई है। ऊना में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस और नाहन में 6.4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है। मौसम विभाग ने 16 जनवरी से बारिश और बर्फबारी की संभावना जताई है। उधर, मौसम के लगातार शुष्क बने रहने से सेब बागबान चिंता में हैं। सेब के लिए जरूरी चिलिंग आवर अभी तक शुरू नहीं हो पाए हैं। गौरतलब है कि करीब सेब को पनपने के लिए शून्य डिग्री तापमान की जरूरत रहती है और करीब डेढ़ हजार घंटे चिलिंग आवर मिलने से सेब की गुणवत्ता का सही विकास होता है, लेकिन इस बार अभी तक बर्फबारी नहीं हो पाई है। मैदानी इलाकों की बात करें तो धुंध का प्रकोप लगातार बना हुआ है और इस वजह से ठंड लगातार बढ़ रही है।