नूरपुर। नूरपुर विधानसभा क्षेत्र के सुल्याली क्षेत्र में हरियाली का सपना पूरा करने वाली फिन्ना सिंह मध्यम सिंचाई परियोजना जो कि वर्षों से निर्माणाधीन है, आज तक पूरी नहीं हो पाई है। इससे क्षेत्र में हरियाली आने का सपना अभी अधूरा है। 204.51 करोड़ की लागत से बनने वाली यह महत्त्वाकांक्षी परियोजना बजट के अभाव में …
नूरपुर। नूरपुर विधानसभा क्षेत्र के सुल्याली क्षेत्र में हरियाली का सपना पूरा करने वाली फिन्ना सिंह मध्यम सिंचाई परियोजना जो कि वर्षों से निर्माणाधीन है, आज तक पूरी नहीं हो पाई है। इससे क्षेत्र में हरियाली आने का सपना अभी अधूरा है। 204.51 करोड़ की लागत से बनने वाली यह महत्त्वाकांक्षी परियोजना बजट के अभाव में अभी तक पूरा नहीं हो पाई है। अभी तक इस पर विभाग लगभग 288.11 करोड़ खर्च कर चुका है और अभी बजट न होने की वजह से इस परियोजना का कार्य ठप पड़ा है।
204.51 करोड़ की लागत से बनने वाली इस महत्त्वकांक्षी सिंचाई परियोजना का शिलान्यास वर्ष 2011 में हुआ था जिसे तीन वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा था परंतु बजट के अभाव में और केंद्र से बजट लेने की आस में यह परियोजना अपने शिलान्यास से लेकर अभी तक करीब 13 वर्ष बाद भी पूरी नहीं हो सकी। हैरानी यह है कि विभाग इसकी पहली लागत 204.51 करोड़ थी से भी ज्यादा 288.11 करोड़ खर्च कर चुका है। अब इसकी रिवाइज्ड कॉस्ट बढ़ कर 643.68 करोड़ हो चुकी है।
वर्ष 2011 से लेकर अभी तक रही प्रदेश सरकारें केंद्र से इस परियोजना के लिए बजट लेने में नाकाम रही है, जिससे इस परियोजना की कॉस्ट बढ़ती रही। अब केंद्र ने इस परियोजना के लिए बजट प्रदान करने की स्वीकृति दी है, परंतु बजट कब आएगा इस पर अभी भी संशय बना हुआ है। 204.51 करोड़ की लागत से बनने वाली इस सिंचाई परियोजना के निर्माण कार्यों के चलते संबंधित विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवालिया निशान लगे है। विभाग इस पर लगभग 288.11 करोड़ खर्च कर चुका है, परंतु स्थिति यह है कि इससे कम जगह पर भी पानी नहीं लग सकता। पानी की उपलब्धता के बाद होने वाली हरियाली, खुशहाली और आर्थिक उन्नति का देख रहे सपना पूरा न होते देख लोग हताश निराश है।