शिमला। राजधानी शिमला में बरसात के दौरान भूस्खलन से हुई भारी तबाही के बाद अब बिना बरसात भी जमीन दरक रही है। जिन-जिन स्थानों पर सडक़ों पर दरारें पड़ी थीं, वहां अब सडक़ गिर रही है। राजधानी शिमला के बैमलोई से कनलोग के लिए जाने वाली सडक़ फिर से धंस गई है। बरसात के दिनों …
शिमला। राजधानी शिमला में बरसात के दौरान भूस्खलन से हुई भारी तबाही के बाद अब बिना बरसात भी जमीन दरक रही है। जिन-जिन स्थानों पर सडक़ों पर दरारें पड़ी थीं, वहां अब सडक़ गिर रही है। राजधानी शिमला के बैमलोई से कनलोग के लिए जाने वाली सडक़ फिर से धंस गई है।
बरसात के दिनों में यहां भूस्खलन होने से बाईपास पर गाडिय़ों का शोरूम भी खतरे में आ गया था। उस समय वह वीडियो काफी वायरल हुआ था। डंगे लगाकर इस सडक़ को जैसे तैसे बहाल किया गया था, जो अब फिर से गिर गई है। इससे पहले 16 मील में पहाड़ी दरकने के कारण एक भवन जमीदोज हो गया था और धामी कॉलेज में दरारें आ गई हैं। इसके बाद अश्वनी खड की रोड में क्रशर के शेड दबने से दो मजदूरों की मौत हो गई थी। अब यह तीसरी घटना है।