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36 करोड़ से संवरेगी नेरवा-चौपाल की भाग्य रेखा

9 Feb 2024 7:01 AM GMT
36 करोड़ से संवरेगी नेरवा-चौपाल की भाग्य रेखा
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नेरवा। चौपाल विधानसभा क्षेत्र की भाग्य रेखा कही जाने वाली शिमला-सैंज-देहा-चौपाल-फेडिज पुल सडक़ को सैंज से आगे डबललेन किए जाने एवं इसकी मेटलिंग और टायरिंग के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 36 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। खास बात यह है कि खिडक़ी से चौपाल तक करीब चौदह किलोमीटर सडक़ के कार्य के …

नेरवा। चौपाल विधानसभा क्षेत्र की भाग्य रेखा कही जाने वाली शिमला-सैंज-देहा-चौपाल-फेडिज पुल सडक़ को सैंज से आगे डबललेन किए जाने एवं इसकी मेटलिंग और टायरिंग के लिए प्रदेश सरकार द्वारा 36 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। खास बात यह है कि खिडक़ी से चौपाल तक करीब चौदह किलोमीटर सडक़ के कार्य के लिए स्वीकृत राशि में से पांच करोड़ रुपए की राशि जारी भी की जा चुकी है। प्रदेश कांग्रेस संगठन महामंत्री रजनीश किमटा ने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की चौपाल के प्रति सकारात्मक सोच की वजह से यह कार्य स्वीकृत हो पाया है, जिसका आने वाले समय में पूरे चौपाल विधानसभा क्षेत्र के हरेक वर्ग के लोगों को भरपूर लाभ मिलेगा।

जानकारी के अनुसार विभाग द्वारा इस कार्य की डीपीआर पहले ही तैयार की जा चुकी है तथा निर्माण के दौरान सडक़ के किनारे आने वाले हरे पेड़ों के कटान की अनुमति के लिए मामला वन विभाग के पास भेज दिया गया है। गौरतलब है कि यह सडक़ चौपाल और नेरवा ही नहीं, कुपवी उपमंडल, रोहड़ू, जुब्बल और कोटखाई के साथ-साथ जिला सिरमौर और उत्तराखंड के लिए भी खास महत्त्व रखती है। इस सडक़ के विस्तार से न केवल इन क्षेत्रों में टूरिज़्म को बढ़ावा मिलेगा, अपितु यहां के किसानों और बागबानों को अपने उत्पाद मंडियों तक पंहुचाने में भी आसानी होगी। बता दें कि बारह हजार ऊंची चूड़धार चोटी इस क्षेत्र का सबसे बड़ा पर्यटन स्थल है, जहां हर साल हजारों की संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक पहुंचते है।

सडक़ के विस्तार से पर्यटकों को चूड़धार पहुंचना और आसान होगा व यही नहीं, इस सडक़ की दशा में सुधार आने से चौपाल के कई अन्य गुमनाम पर्यटनस्थल भी विकसित होकर देश और विदेशों में अपनी पहचान बनाएंगे, जिससे निश्चित तौर पर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा उपमंडल चौपाल के ऊपरी क्षेत्रों की पहचान जहां सेब उत्पादक क्षेत्र की है, वहीं तहसील नेरवा और कुपवी उपमंडल के साथ लगते उत्तराखंड के जौनसार बाबर और जिला सिरमौर के हरिपुरधार व शिलाई क्षेत्र में भारी मात्रा में टमाटर की खेती की जाती है। इस सडक़ के हालात सुधरने पर किसान और बागबान अपने उत्पादों को समय पर व आसानी से मंडियों में पहुंचा पाएंगे। उधर, रजनीश किमटा ने कहा कि मुख्यमंत्री शीघ्र ही नेरवा का दौरा कर नेरवा बाइपास का शिलान्यास करेंगे, ताकि नेरवा के लोगों को जाम की समस्या से निजात मिल सके। उन्हों ने सैंज-देहा-चौपाल-नेरवा-फेडिजपुल सडक़ को डबललेन किए जाने के लिए धन राशि स्वीकृत करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है।

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