
शिमला। शिमला शहर के कार्ट रोड पर लिफ्ट स्थित आजीविका भवन में खाली रह गई दुकानों के लिए नगर निगम दोबारा टेंडर करवाएगा। नगर निगम प्रशासन का कहना है कि इस माह के अंत तक इसके लिए टेंडर प्रक्रिया करवाई जाएगी। राजधानी शिमला के कार्टरोड पर बना आजीविका भवन शहर का नया बाजार है और …
शिमला। शिमला शहर के कार्ट रोड पर लिफ्ट स्थित आजीविका भवन में खाली रह गई दुकानों के लिए नगर निगम दोबारा टेंडर करवाएगा। नगर निगम प्रशासन का कहना है कि इस माह के अंत तक इसके लिए टेंडर प्रक्रिया करवाई जाएगी। राजधानी शिमला के कार्टरोड पर बना आजीविका भवन शहर का नया बाजार है और यहां पर बहुमंजिला शॉपिंग कांपलेक्स भी है। नगर निगम के मुताबिक यहां पर 229 दुकानें बनाई गई है, जिसमें 188 दुकानें निगम प्रशासन ने पहले आबंटित कर दी थी और अभी 41 दुकानें अभी नए सिरे से आबंटित होनी है। ऐसे में अब दोबारा नगर निगम इनके लिए टेंडर करवाएगा। इससे पहले भी दुकानों के लिए नगर निगम ने टेंडर आमंत्रित किए थे, लेकिन महज 22 दुकानों के लिए ही किराएदार मिल पाए। निगम प्रशासन के अनुसार भवन में दुकानें चला रहे कारोबारी इसका नाम बदलने का दबाव डाल रहे हैं। इनका कहना है कि आजीविका भवन नाम से ग्राहकों को पता नहीं चल रहा कि यह शहर की नई मार्केट है। सैलानियों को भी इसका ज्यादा पता नहीं है।
इसका आधुनिक नाम रखा जाए, ताकि लोग यहां पहुंचे। नगर निगम सदन ने भी इसका नाम बदलने की मंजूरी दे दी है। अब निगम प्रशासन इसका नया नाम रखने को लेकर माथापच्च्ची कर रहा है। शहर का आजिविका भवन करीब 10 करोड़ की लागत से बना है। पूर्व सरकार में पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस भवन का उद्घाटन किया था। इस भवन में आने-जाने वालों के लिए लिफ्ट और पार्किंग की सुविधा भी है। हालांकि शहर की मेन मार्केट से ये भवन दूर है। ऐसे में स्थानीय लोगों यहां आने की बजाय शहर के मुख्य बाजार को ही तरजीह देते हैं। इसके ग्राउंड फ्लोर में बेकरी की दुकानें होंगी। ऊपर के दो फ्लोर में तिब्बती मार्केट के कारोबारियों के लिए दुकानें होंगी। इसके नीचे के लोर में तहबाजारी आएंगे। भवन में बाकी बची दुकानों को खुली बोली से आबंटित किया जाएगा। पूरा भवन सीसीटीवी कैमरों की नजर में रहेगा। आजीविका भवन बनकर तैयार हो चुका है। तिब्बती मार्केट को पहले यहां शिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया जारी है।
