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नए शैक्षणिक सत्र में समय पर स्टडी मैटीरियल भी उपलब्ध

12 Feb 2024 6:55 AM GMT
नए शैक्षणिक सत्र में समय पर स्टडी मैटीरियल भी उपलब्ध
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शिमला। प्रदेश के स्कूलों में एक माह शीतकालीन अवकाश के बाद सोमवार से रौनक लौटेगी। सोमवार से शीतकालीन अवकाश वाले स्कूल खुल जाएंगे। शिक्षा क्षेत्र में व्यवस्था परिवर्तन के तहत विभाग नए सत्र से कई तरह के बदलाव करने जा रहा है। इस बार नए शैक्षणिक सत्र से पहले ही बच्चों को किताबें भी बांट दी …

शिमला। प्रदेश के स्कूलों में एक माह शीतकालीन अवकाश के बाद सोमवार से रौनक लौटेगी। सोमवार से शीतकालीन अवकाश वाले स्कूल खुल जाएंगे। शिक्षा क्षेत्र में व्यवस्था परिवर्तन के तहत विभाग नए सत्र से कई तरह के बदलाव करने जा रहा है। इस बार नए शैक्षणिक सत्र से पहले ही बच्चों को किताबें भी बांट दी गई हंै। इसका सबसे ज्यादा फायदा यह है कि बच्चों को टाइम पर पूरा सिलेबस मिल जाएगा। शिक्षा निदेशक की ओर से पहले ही जिलों को यह निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सोमवार से ही स्कूलों में नए सत्र के लिए दाखिले भी हो जाएंगे, साथ ही किताबों का आबंटन भी होगा। कक्षा पहली व दूसरी में विद्यार्थी हिंदी व अंग्रेजी किसी भी माध्यम में पढ़ाई कर सकेंगे। शिक्षा क्षेत्र में हिमाचल की रैंकिंग सुधारने के लिए सरकार ने व्यवस्था परिवर्तन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। गत वर्ष वार्षिक परीक्षाएं खत्म होने के बाद भी विभाग ने 31 दिसंबर तक नियमित तौर पर कक्षाएं ली थीं। इसमें बच्चों की कमियों को दूर करने पर काम किया गया था, ताकि नए सत्र में बच्चे जब स्कूल पहुंचे, तो उनकी परफार्मेंस अच्छी रहे। सचिव शिक्षा ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वे टाइम मैनेजमेंट करें, ज्यादा से ज्यादा समय बच्चों की कक्षाएं लगें।

प्रदेश के स्कूलों में नए शैक्षणिक सत्र से स्कूलों में कई तरह के बदलाव होंगे। स्कूलों में नए सत्र से शैक्षिक दिवस को बढ़ाया जाएगा। अभी स्कूलों में 180 शैक्षणिक दिवस हैं, इन्हें 220 करने की तैयारी चल रही है। शिक्षा विभाग की ओर से इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी जा चुकी है, इसे कैबिनेट की मंजूरी मिलना बाकि है। वहीं सरकार 1500 के करीब स्कूलों को मुख्यमंत्री सेंटर ऑफ एक्सिलेंस स्कूलों का दर्जा देगी। जल्द ही ये स्कूल अधिसूचित कर दिए जाएंगे। इस बार डे-बोर्डिंग स्कूलों में भी पढ़ाई होगी। सरकार इन स्कूलों को अपग्रेड करेगी, जिसमें बच्चों को सभी तरह की मॉडर्न सुविधाएं भी मिलेंगी। शिक्षा के क्षेत्र में कुछ वर्ष पूर्व तक केरल से मुकाबला करते हुए दूसरे स्थान पर रहने वाले हिमाचल प्रदेश की रैंकिंग 13वें स्थान से अब 17वें स्थान पर पहुंच गई है। प्रदेश में जगह-जगह कम दूरी पर स्कूल खुलने, रट्टा अधिक लगने और यू डाइस डाटा सही तरीके से न भरने से रैंकिंग में कमी दर्ज हुई है। परफार्मिंग ग्रेडिंग इंडेक्स 2021-22 की रिपोर्ट के बाद सरकार ने सुधार के लिए एक्शन प्लान बनाना शुरू किया था, जिसके आधार पर बदलाव किए जा रहे हैं।

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