
नौहराधार। सोमवार सुबह हुई ताजा बर्फबारी के कारण क्षेत्र में एक बार फिर जनजीवन ठप हो गया। गिरिपार क्षेत्र के मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों नौहराधार, हरिपुरधार, गत्ताधार क्षेत्र में सुबह चार बजे के बाद फिर बर्फबारी हुई। क्षेत्र में सात से 15 सेंटीमीटर तक ताजा हिमपात हुआ। बर्फबारी के कारण हरिपुरधार-नाहन व हरिपुरधार-कुपवी मार्गों पर …
नौहराधार। सोमवार सुबह हुई ताजा बर्फबारी के कारण क्षेत्र में एक बार फिर जनजीवन ठप हो गया। गिरिपार क्षेत्र के मध्यम ऊंचाई वाले इलाकों नौहराधार, हरिपुरधार, गत्ताधार क्षेत्र में सुबह चार बजे के बाद फिर बर्फबारी हुई। क्षेत्र में सात से 15 सेंटीमीटर तक ताजा हिमपात हुआ। बर्फबारी के कारण हरिपुरधार-नाहन व हरिपुरधार-कुपवी मार्गों पर वाहनों की आवाजाही दिन भर ठप रही। लोगों को पैदल चलकर ही अपने गंतव्य तक पहुंचने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। हरिपुरधार-नाहन सडक़ का करीब आठ किलोमीटर का हिस्सा लोक निर्माण विभाग के उपमंडल कार्य हरिपुरधार के अंतर्गत आता है, जबकि करीब छह किलोमीटर का बर्फीला हिस्सा विभाग के संगड़ाह मंडल के अधीन आता है।
हरिपुरधार क्षेत्र में आने वाली सडक़ से तो बर्फ हटा दी गई है, मगर संगड़ाह मंडल के तहत आने वाली सडक़ को खोलने के लिए संगड़ाह से न तो जेसीबी मशीनें भेजी गई और न ही बर्फ हटाने के लिए मजदूरों को लगाया गया है। लोक निर्माण विभाग ने इस मार्ग को खोलने के लिए सुबह ही जेसीबी मशीन व मजदूरों को लगा दिया और नौ बजे से पहले ही इस सडक़ पर यातायात बहाल कर दिया। उधर, हरिपुरधार-कुपवी सडक़ को खोलने का कार्य सोमवार को शुरू नहीं हो पाया है। खराब मौसम के चलते क्षेत्र के सैकड़ों गांव में रविवार रात आठ बजे के बाद विद्युत आपूर्ति ठप हो गई। सोमवार सुबह करीब छह बजे के बाद ही क्षेत्र में आपूर्ति बहाल हो पाई जिसके कारण क्षेत्र के सैकड़ों गांव में रात भर अंधेरा पसरा रहा। इस बार क्षेत्र में भले ही बर्फबारी दो महीने देरी से हुई है, मगर बर्फबारी होने के बाद हरिपुरधार की वादियों में पर्यटकों की चहल पहल काफी बढ़ गई है। दिल्ली, चंडीगढ़ समेत उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों से पर्यटक बर्फ देखने यहां पहुंचे हैं। यहां का प्रसिद्ध मां भंगायणी मंदिर व बर्फ से लकदक थियानबाग की सुंदर वादियां पर्यटकों के आकर्षकण का मुख्य केंद्र बने हुए हैं। पर्यटक यहां की बर्फीली वादियों में खूब मौज-मस्ती कर रहे हैं।
