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कुल्लू डायलिसिस सेंटर की छह मशीनें खराब

18 Jan 2024 5:44 AM GMT
कुल्लू डायलिसिस सेंटर की छह मशीनें खराब
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कुल्लू। क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के डायलिसिस सेंटर में आठ में से छह मशीनें खराब हो गई हैं। इन्हें बंद कर दिया है। फिल्हाल दो मशीनों से ही मरीजों का डायलिसिस करवाया जा रहा है। वहीं, अब अगले कुछ दिनों में मरीजों का अत्याधुनिक तकनीक से लैस डायलिसिस मशीनों से डायलिसिस करवाया जाएगा। हंस फाउंडेशन यहां …

कुल्लू। क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के डायलिसिस सेंटर में आठ में से छह मशीनें खराब हो गई हैं। इन्हें बंद कर दिया है। फिल्हाल दो मशीनों से ही मरीजों का डायलिसिस करवाया जा रहा है। वहीं, अब अगले कुछ दिनों में मरीजों का अत्याधुनिक तकनीक से लैस डायलिसिस मशीनों से डायलिसिस करवाया जाएगा। हंस फाउंडेशन यहां पर अपना सेटअप तैयार कर रहा है। दो-तीन-दिनों के भीतर हंस फाउंडेशन नई मशीनें क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू के डायलिसिस सेंटर में स्थापित करेगा। मरीजों को डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध हो, इसके लिए हंस फाउंडेशन यहां पर सेटअप में जुटा है। हालांकि 12 जनवरी को हंस फाउंडेशन ने यहां पर डायलिसिस मरीजों का ईलाज और सेवा शुरू कर दी है। वहीं, 13 जनवरी को क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू में हंस फाउंडेशन द्वारा स्थापित डायलिसिस सुविधा का शुभारंभ सीपीएस सुंदर सिंह ठाकुर ने किया है।

वहीं, इससे पहले यहां पर राही केयर डायलिसिस सेवाएं दे रहा था। जैसे ही यहां पर हंस फाउंडेशन ने सरकार के साथ एमओयू कर क्षेत्रीय अस्पताल कुल्लू का डायलिसिस स्थापित किया तो सबसे पहले हंस फाउंडेशन के डायलिसिस सीनियर मैनेजर ने डायलिसस मशीनों को देखा और उनकी जांच की। इस दौरान 8 में से 6 के करीब मशीनें खराब पाई गई। ऐसे में हंस फाउंडेशन ने उन मशीनों को हटा दिया। अब यहां पर नई मशीनें आने वाले तीन-चार दिनों में स्थापित होंगी। वहीं, हंस फाउंडेशन ने यहां पर डायलिसिस के लिए प्रयोग होने वाले पानी की गुणवत्ता को भी जाना था। वहीं, वह भी हंस फाउंडेशन को पसंद नहीं आई। ऐसे में पानी की क्वालिटी को बेहतर करने में हंस फाउंडेशन की टीम जुट गई है। वहीं, अब हंस फाउंडेशन के पास मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। वहीं, फिलहाल पुरानी दो मशीनों से ही मरीजों का डायलिसिसस करवाया जा रहा है। मंडी की तर्ज पर यहां पर डायलिसिस मरीजों को सुविधा देने का लक्ष्य हंस फाउंडेशन ने रखा है।

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