पांवटा साहिब। पांवटा साहिब में नगरपालिका परिषद ने आय बढ़ाने के लिए नगर में सैकड़ों दुकानों का निर्माण करवाया है व इन दुकानों को किराए पर भी दिया है। लेकिन कई दुकानदारों द्वारा अपना किराया कई सालों तक जमा नहीं करवाया है जो बढक़र 30 लाख से ऊपर हो गया है। इस बीच बहुत सी …
पांवटा साहिब। पांवटा साहिब में नगरपालिका परिषद ने आय बढ़ाने के लिए नगर में सैकड़ों दुकानों का निर्माण करवाया है व इन दुकानों को किराए पर भी दिया है। लेकिन कई दुकानदारों द्वारा अपना किराया कई सालों तक जमा नहीं करवाया है जो बढक़र 30 लाख से ऊपर हो गया है। इस बीच बहुत सी दुकानें जिन किराएदारों को आबंटित की गई थी उन्होंने अपने स्तर से दुकानों में किराएदार रख दिए हैं। वहीं नगर परिषद इन किराएदारों का सत्यापन नहीं करवा सकी है, जिससे विभाग के पास इनका कोई रिकार्ड नहीं है। नगर परिषद पांवटा के पास क्षेत्र में 211 दुकानें हैं। यह दुकानें किराए पर लगी हैं, जिससे इनका किराया आता है। इन दुकानों को बने व नीलाम हुए कई दशक बीत चुके हैं। दुकानों को बनाने के पीछे नगरपालिका का उद्देश्य विभाग की आय के साधन बढ़ाना, गरीब व छोटे दुकानदारों के लिए स्थायी दुकान उपलब्ध करवाना था, लेकिन नगर के कुछ नागरिकों ने इन दुकानों को अपना धंधा बना लिया है। यह लोग नगरपालिका की दुकानों को नीलाम में खरीद लेते हैं।
व्यवसाय के लिए दुकान तलाश रहे लोगों को कई गुणे दामों में बेच देते हैं अथवा प्राइवेट दरों पर किराए पर दे देते हैं। साथ ही कई दुकानदार अपना किराया भी जमा नहीं करवा रहे हैं, जिससे नगर परिषद को लाखों रुपए का नुकसान हो रहा है। यह बात नगर परिषद के ईओ एसडीएम पांवटा गुंजित चीमा ने पत्रकारों से कही। उन्होंने ऐसे दुकानदारों को चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द ही सभी दुकानदार अपना बकाया किराया जमा करवाएं। जिन लोगों ने नगर परिषद द्वारा ली गई दुकानों का किराया कई सालों से नहीं दिया है उनको नोटिस भेजे जा रहे हैं। अगर एक हफ्ते के अंदर लोगों ने अपनी दुकान का किराया समय पर नहीं दिया तो उनकी दुकानों पर ताला लगाकर दुकान किसी और को दे दी जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए लोग नगर परिषद की मदद करें व घर-घर कूड़ा उठाने वाली गाड़ी में ही कूड़ा डालें। एसडीएम पांवटा गुंजित चीमा ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी नगर परिषद पांवटा में रहने वाले लोग नगर परिषद का सहयोग करें व शहर को साफ-सुथरा रखने और शहर में विकास करने के लिए अपना सहयोग दें।