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धर्मशाला। जिला मुख्यालय धर्मशाला के साथ लगते योल छावनी बोर्ड से बाहर हुए क्षेत्र में सफाई-पानी व बिजली व्यवस्था धड़ाम हो गई है। इसके साथ ही लोगों ने पंचायत की बजाय म्युनिसिपल कोरपोरेशन धर्मशाला में शामिल किए जाने की बात रखी है। इसके चलते टीका बनी योल के स्थानीय लोगों ने डीसी के माध्यम से …
धर्मशाला। जिला मुख्यालय धर्मशाला के साथ लगते योल छावनी बोर्ड से बाहर हुए क्षेत्र में सफाई-पानी व बिजली व्यवस्था धड़ाम हो गई है। इसके साथ ही लोगों ने पंचायत की बजाय म्युनिसिपल कोरपोरेशन धर्मशाला में शामिल किए जाने की बात रखी है। इसके चलते टीका बनी योल के स्थानीय लोगों ने डीसी के माध्यम से प्रदेश सरकार से उचित सुविधा प्रदान करने की गुहार लगाई है। योल कैंट बोर्ड से बाहर किए गए क्षेत्र को अब पंचायतों में शामिल किया जा रहा है। वहीं, स्थानीय लोगों को अब शहरी सुविधाओं के बाद अव्यवस्था का आलम देखने को मिल रहा है। स्थानीय लोगों ने पूर्व मंत्री एवं धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा व उपायुक्त कांगड़ा डा. निपुण जिंदल के माध्यम से प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है, जिसमें स्थानीय लोगों ने बताया है कि छाबनी बोर्ड में रहते हुए घर-घर से कूड़ा-कचरा उठाने की व्यवस्था की गई थी। इतना ही नहीं, विभिन्न स्थानों पर कूड़ेदान भी स्थापित किए गए थे और कूड़े का हर दिन निष्पादन किया जाता था, लेकिन अब क्षेत्र को छाबनी बोर्ड की बजाय पंचायतों में शामिल किया गया है। ऐसे में कूड़े-कचरे को उठाया नहीं जा रहा है। ऐसे में पहले से स्थापित बड़े-बड़े कूड़ेदानों को भी हटा लिया गया है।
इसके चलते कई लोगों ने सडक़ों, नालों व खड्डों के किनारे बड़े-बड़े कूड़े-कचरे के ढेर लगाना शुरू कर दिए हैं। ऐसे में साफ-सुथरा क्षेत्र व खड्डों-नालों को पानी भी लगातार दूषित होने शुरू हो गया है। स्थानीय लोगों में से डा. शिवानी, निवेदिता राणा, इंद्र पाल सिंह, राजा घोष, दीपक, गिताजंलि, सर्वजीत कौर, अनीता नाग, मिल्खी घोष, ऊषा किरण, बलबीर ठाकुर, डा. आदित्य ठाकुर, डा. चारू महाजन, अमन गुप्ता सहित अन्य लोगों का कहना है कि कूड़े-कचरे के लिए उचित व्यवस्था किए जाने के लिए इससे पहले भी एसडीएम धर्मशाला व डीसी कांगड़ा से गुहार लगाई गई थी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में स्थानीय विधायक, उपायुक्त सहित प्रदेश सरकार को ज्ञापन भेजा है, जिसमें जल्द से जल्द मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने की बात रखी है, जिससे क्षेत्र में गंदगी न फैल सकें। साथ ही उन्होंने बिजली-पानी सहित अन्य सुविधाओं को दुरुस्त किए जाने की बात रखी है। साथ ही उन्होंने छाबनी बोर्ड से पंचायत में शामिल किए जाने की बजाय नगर निगम धर्मशाला में सम्मिलित किए जाने की भी मांग रखी है।
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