शिमला। पीडब्ल्यूडी ने गुरुवार को 57 सडक़ें दोबारा बहाल कर ली हैं। प्रदेश में इस समय 229 सडक़ें ठप हैं और विभाग ने इनमें से 222 सडक़ों को आगामी 72 घंटे में बहाल करने का लक्ष्य तय किया है। विभाग ने सडक़ों में सुधार होने के साथ ही तैनात की गई मशीनरी में भी कटौती शुरू …
शिमला। पीडब्ल्यूडी ने गुरुवार को 57 सडक़ें दोबारा बहाल कर ली हैं। प्रदेश में इस समय 229 सडक़ें ठप हैं और विभाग ने इनमें से 222 सडक़ों को आगामी 72 घंटे में बहाल करने का लक्ष्य तय किया है। विभाग ने सडक़ों में सुधार होने के साथ ही तैनात की गई मशीनरी में भी कटौती शुरू कर दी है। गुरुवार को 31 जेसीबी को हटाया गया है। विभाग के पास अब 174 जेसीबी काम कर रही हैं। प्रदेश मुख्यालय पहुंच रही पीडब्ल्यूडी की रिपोर्ट में आंकड़े भी लगातार बदल रहे हैं। गत 24 घंटे में विभाग के नुकसान में करीब एक करोड़ रुपए का इजाफा हो गया है। गुरुवार को जिलों से शिमला पहुंची रिपोर्ट में 33 करोड़ 65 लाख रुपए का नुकसान शामिल है।
इसमें सबसे ज्यादा 15 करोड़ 31 लाख का नुकसान डलहौजी सर्किल में दर्ज किया गया है। मंडी जोन में आठ करोड़ 87 लाख व शिमला में सात करोड़ 94 लाख का नुकसान हुआ है। नेशनल हाई-वे को एक करोड़ 51 लाख का नुकसान दर्ज किया गया है। प्रदेश भर में 247 सडक़ें अभी भी बाधित हैं। प्रदेश भर में 22 पेयजल योजनाएं अभी तक बहाल नहीं हो पाई हैं। इन क्षेत्रों में पेयजल के मु य स्रोत पूरी तरह बर्फ में दब गए हैं। इन स्रोतों के दफन होने से पेयजल सप्लाई प्रभावित हो रही है। बिजली बोर्ड ने गुरुवार को 30 ट्रांसफार्मर बहाल किए हैं। प्रदेश भर में अब 50 ट्रांसफार्मर ठप पड़े हैं। बुधवार देर रात तक 80 ट्रांसफार्मर में बिजली गुल थी। बिजली बोर्ड कर्मचारियों ने कई जगह भारी बर्फ के बीच ट्रांसफार्मर को बहाल किया है। जिन क्षेत्रों में ट्रंासफार्मर बहाल हुए हैं, उनमें लोगों ने राहत की सांस ली है। कई क्षेत्रों में आठ दिन बाद बिजली बहाल हुई है।