
शिमला। पेपर लीक प्रकरण के बाद भंग किए गए हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग की जगह बनाए गए राज्य चयन आयोग में अब सिर्फ चेयरमैन की नियुक्ति होगी। राज्य सरकार ने इस दिशा में कदम बढ़ाया है और चेयरमैन का पद सृजित करने के लिए मुख्य सचिव ने फाइल वित्त विभाग को भेज दी है। यहां …
शिमला। पेपर लीक प्रकरण के बाद भंग किए गए हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग की जगह बनाए गए राज्य चयन आयोग में अब सिर्फ चेयरमैन की नियुक्ति होगी। राज्य सरकार ने इस दिशा में कदम बढ़ाया है और चेयरमैन का पद सृजित करने के लिए मुख्य सचिव ने फाइल वित्त विभाग को भेज दी है। यहां से सहमति मिलने के बाद कैबिनेट से यह फैसला होगा। कैबिनेट बाई सर्कुलेशन भी हो सकती है। चेयरमैन की नियुक्ति के बाद राज्य चयन आयोग फंक्शनल हो जाएगा। हालांकि इसके लिए रूल्स आफ बिजनेस का फाइनल होना भी जरूरी है। राज्य सरकार ने 01 अक्टूबर 2023 को राज्य चयन आयोग हमीरपुर में स्थापित करने की अधिसूचना जारी की थी। उसके बाद अक्टूबर महीने में ही आईएएस अधिकारी डॉ. राजकृष्ण परुथी को चीफ एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर नियुक्त किया था, जबकि एचएएस अधिकारी जितेंद्र सांजटा को एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर लगाया था। लेकिन इन दोनों की नियुक्ति से आयोग के फंक्शन पूरी तरह बहाल नहीं हुए हैं। इसीलिए अब अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर फैसला लेना पड़ा है।
हालांकि अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए भी सिर्फ अभी एक ही पद सृजित किया जा रहा है, जिसको लेकर कई सवाल उठ रहे हैं। अकेला चेयरमैन कैसे आयोग का काम चल पाएगा? मेंबर्स की नियुक्ति यहां चाहे न हो, लेकिन अधिकारी और कर्मचारी तो चाहिए। राज्य सरकार जूनियर ऑफिस असिस्टेंट पोस्ट कोड 817 के रिजल्ट को लेकर परेशान है। मुख्यमंत्री इस भर्ती परीक्षा का रिजल्ट घोषित करना चाहते हैं और कई बार यह बता भी चुके हैं, लेकिन यदि अगली कैबिनेट की बैठक में इस बारे में फैसला हो भी जाए, तो भी लोक सेवा आयोग इस रिजल्ट को नहीं निकलेगा। आयोग ने पहले ही लिख कर दिया हुआ है कि वह हमीरपुर कर्मचारी चयन आयोग में उस रिकॉर्ड को नहीं लेगा, जिसमें पेपर लीक की एफआईआर दर्ज हुई है। ऐसे में राज्य सरकार को रिजल्ट घोषित करने के लिए भी एक एजेंसी चाहिए। संभव है इसीलिए राज्य चयन आयोग को फंक्शनल किया जा रहा है। हालांकि अभी यह देखना होगा कि अध्यक्ष के अलावा बाकी अधिकारियों के पद कब सृजित होते हैं?
