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कुष्ठ रोग को जड़ से मिटाने की शपथ

31 Jan 2024 6:42 AM GMT
कुष्ठ रोग को जड़ से मिटाने की शपथ
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चंबा। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जिला चंबा की ओर से मंगलवार को सीएमओ कार्यालय के सभागार में विश्व कुष्ठ रोग दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. जालम सिंह भारद्वाज ने की। कार्यक्रम की राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यातिथि (शहीदी दिवस) के उपलक्ष्य पर दो मिनट का …

चंबा। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग जिला चंबा की ओर से मंगलवार को सीएमओ कार्यालय के सभागार में विश्व कुष्ठ रोग दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. जालम सिंह भारद्वाज ने की। कार्यक्रम की राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यातिथि (शहीदी दिवस) के उपलक्ष्य पर दो मिनट का मौन भी रखा गया। जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. जालम सिंह भारद्वाज एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. हरित पुरी ने उपस्थित आशा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि कुष्ठ रोग एक दीर्घकालीक संक्रामक रोग है, जोकि माइकोबैक्टेरियम लेपरी नामक बैक्टीरिया के संक्रमण के कारण होता है। इसका पाप ईश्वर के दंड या धर्म से कोई संबंध नहीं है।

इस रोग के शुरुआती लक्ष्णों में शरीर पर लाल या तांबई रंग के धब्बे होना, जिसमें संवेदनशीलता नहीं होती है। इसके अन्य लक्षण मांसपेशियों में कमजोरी त्वचा पर घाव, हाथ, पैर, टांगों और हाथों में सुन्नता हो सकते हैं। कुष्ठ रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया बहुत धीरे-धीरे बढ़ाते हैं। इसलिए इसके लक्ष्ण दिखने में कई साल लग जाते हैं। और यदि कुष्ठ रोग की पहचान जल्दी ना किया जाए तो यह रोग मनुष्य के नर्वस सिस्टम को प्रभावित करके उसमें अंगों की विकृति पैदा कर देता है। जिला कुष्ठ रोग अधिकारी डा. वैभवी गुरंग ने पीपीटी के माध्यम से लेप्रोसी, लक्ष्ण व पहचान के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि कुष्ठ रोग का पूर्णतया उपचार संभव है। इसका उपचार एमडीटी थरेपी द्वारा छह माह से एक साल तक की अवधि तक चलता है, जोकि सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में निशुल्क उपलब्ध है। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य खंड पुखरी चूड़ी की 40 आशा वर्करों के अलावा कुष्ठ रोग अस्पताल का स्टाफ मौजूद रहा।

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