मंडी। मंडी जिला के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों सहित जोनल अस्पताल मंडी में गुरुवार को भी क्रसना लैब में टेस्ट न होने के कारण मरीजों को निजी स्वास्थ्य संस्थानों में टेस्ट करवाने को मजबूर होना पड़ा। क्रसना डायग्नोस्टिक ने सरकार की ओर से भुगतान न होने के चलते बुधवार से अपनी सेवाओं को बंद कर दिया …
मंडी। मंडी जिला के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों सहित जोनल अस्पताल मंडी में गुरुवार को भी क्रसना लैब में टेस्ट न होने के कारण मरीजों को निजी स्वास्थ्य संस्थानों में टेस्ट करवाने को मजबूर होना पड़ा। क्रसना डायग्नोस्टिक ने सरकार की ओर से भुगतान न होने के चलते बुधवार से अपनी सेवाओं को बंद कर दिया है। जिस कारण क्र सना डायग्नोस्टिक लैब में टैस्ट नहीं हो पा रहे हैं। मंडी के जोनल अस्पताल, नेरचौक, सुंदरनगर, गोहर सहित अन्य कई सरकारी अस्पतालों में सरकारी लैब होने से व्यवस्था संतुलित है। परंतु अस्पतालों में स्टाफ ना होने के कारण परेशानियां पेश आ रही है। क्रसना डायग्नोस्टिक लैब बंद होने के चलते कई टेस्ट नहीं हो पा रहे हैं। मरीजों को टैस्ट करवाने के निल निजी अस्पतालों में जाना पड़ा।
मंडी के क्षेत्रीय अस्पताल के साथ साथ अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में विभिन्न टेस्ट के लिए पहुंचने वाले मरीजों को दिक्कतें पेश आईं। वहीं निजी संस्थानों में उन्हें अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है। मरीजों का कहना है कि अस्पताल में पहले से अल्ट्रासांउड के टेस्ट नहीं हो रहे थे। अब अन्य टेस्टों के ना होने से मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि जोनल अस्पताल में प्रतिदिन लगभग 300 सैंपल टैस्टिंग के लिए आते हैं। इसके साथ ही सीएचसी और पीएचसी के भी कुछ सैंपल जोनल अस्पताल और कुछ नेरचौक टेस्टिंग के लिए जाते हैं। इन सभी सैंपल के टेस्ट पिछले दो दिनों से नहीं हो पा रहे हैं। वहीं सीएमओ मंडी ने भी कहा कि अस्पताल में क्रसना डायग्नोस्टिक द्वारा सेवाएं रोकने से मरीजों को परेशानी हो रही है। हालांकि अस्पताल में सरकारी लैब भी है पंरतु स्टाफ की कमी के कारण समस्याएं पेश आ रही हैं।