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चांदी से चमकी पांगी की पहाडिय़ां

6 Feb 2024 7:27 AM GMT
चांदी से चमकी पांगी की पहाडिय़ां
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पांगी। जनजातीय उपमंडल पांगी में बर्फबारी का दौर थमने के साथ ही घाटी के लोगों ने राहत की सांस ली हैं। सोमवार दोपहर बाद मौसम के साफ होते ही लोगों ने कुछ घंटों के लिए धूप सेंकने का लुत्फ भी उठाया। इसी बीच ग्रिफ ने संसारी नाला- किलाड़ मुख्य मार्ग से बर्फ को हटाकर छोटे वाहनों …

पांगी। जनजातीय उपमंडल पांगी में बर्फबारी का दौर थमने के साथ ही घाटी के लोगों ने राहत की सांस ली हैं। सोमवार दोपहर बाद मौसम के साफ होते ही लोगों ने कुछ घंटों के लिए धूप सेंकने का लुत्फ भी उठाया। इसी बीच ग्रिफ ने संसारी नाला- किलाड़ मुख्य मार्ग से बर्फ को हटाकर छोटे वाहनों के लिए बहाल कर दिया है। पांगी के अंदरूनी संपर्क मार्गों से बर्फ हटाने का काम अभी तक आरंभ नहीं हो पाया है। हालांकि घाटी में लडख़ड़ाई बिजली व्यवस्था अभी भी सिरदर्द साबित हो रही है। इसके चलते लोग दीये की रोशनी व अलाव के सहारे सर्द रातें काटने को मजबूर होकर रह गए हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले दो-तीन दिनों के दौरान पांगी घाटी में बंपर बर्फबारी हुई है।
पांगी घाटी मुख्यालय किलाड़ सहित उपरी पहाडिय़ों में दो फुट से अधिक बर्फ गिरी है। तीन दिनों तक पांगी में बर्फबारी का दौर जारी रहने से लोग घरों में कैद होकर रह गए थे। बर्फबारी के कारण पाइपों के जमने से पेयजल व्यवस्था चरमराने से लोग बर्फ पिघलाकर अपनी व व मवेशियों की प्यास बुझा रहे हैं। सोमवार को पांगी घाटी में आसमान पर डेरा जमाने काले बादलों के दोपहर बाद छंटने के साथ ही सूर्यदेव के दर्शन हुए। इससे बर्फबारी के कारण घरों में कैद लोगों ने बाहर निकलकर धूप सेंकने के साथ मवेशियों को भी बाहर चारा आदि खिलाया। हालांकि घाटी की पहाडिय़ों के बर्फ से लदे होने के कारण कड़ाके की ठंड का प्रकोप लगातार जारी है। बहरहाल, पांगी में बर्फबारी का दौर थमते ही बर्फबारी से अस्त- व्यस्त जनजीवन पटरी पर लौटता दिखा।

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