
मंडी। आर्थिक संकट से जूझ रही प्रदेश की तरह ही अब नगर निगम मंडी की झोली भी खाली हो गई है। विकास के लिए नगर निगम मंडी के पास पैसा नहीं बचा है। हर महींने आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपय की हालत नगर निगम मंडी की हो गई है। प्रदेश सरकार से ग्रांट न मिलने …
मंडी। आर्थिक संकट से जूझ रही प्रदेश की तरह ही अब नगर निगम मंडी की झोली भी खाली हो गई है। विकास के लिए नगर निगम मंडी के पास पैसा नहीं बचा है। हर महींने आमदनी अठन्नी और खर्चा रुपय की हालत नगर निगम मंडी की हो गई है। प्रदेश सरकार से ग्रांट न मिलने और मिली ग्रांट के भी आधे हिस्से को खर्चने पर सरकार द्वारा लगाई गई रोक से यह हालात उपजे हैं। अगले कुछ दिनों में प्रदेश सरकार पूरी ग्रांट खर्चने की अनुमति नहीं देती है या फिर निगम को कोई और ग्रांट नहीं मिलती है, तो अगले महींने से निगम को सेलरी व पेंशन भत्ते देना भी मुशिकल हो जाएगा। इस गंभीर मुद्दे की गंूज सोमवार को नगर निगम की बैठक में भी खूब सुनाई दी। नगर निगम के कई पार्षदों ने इसे लेकर बात उठाई। पार्षदों का कहना था कि कुछ ही समय में लोकसभा चुनावों की आचार संहिता भी लग जाएगी और फिर विकास कार्य भी नहीं हो सकेंगे। अभी समय है, लेकिन विकास के लिए ग्रांट नहीं है। नगर निगम के महापौर विरेंद्र भट शर्मा ने बताया कि आदर्श चुनाव आचार संहिता से पहले बुलाई गई।
इस बैठक में नगर निगम के क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा नगर निगम मंडी को 8 करोड़ 60 लाख की ग्रांट कुछ समय पहले मिली थी, लेकिन उसमें से भी आधी ग्रांट खर्च करने पर सरकार ने रोक लगा रखी है। जबकि नगर निगम इस हिस्से में से भी विकास कार्य करवा चुका है और अब यह पैसा नगर निगम का दायित्व बना हुआ है। उन्होंने कहा कि बैठक के दौरान सरकार से भी निवेदन किया है कि हैड ग्रांटक को जल्दी जारी किया जाए। विरेंद्र भट शर्मा ने कहा कि मंडी दौरे के दौरान शहरी विकास मंत्री विक्रमादित्य सिंह से भी मुलाकात की है और इस समस्या से अवगत कराया है। उन्होंने भी भरपूर सहायता देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि आपदा के चलते नगर निगम क्षेत्र में 36 करोड़ के नुकसान का आंकलन कर सरकार को भेजा है, लेकिन अभी तक सरकार से कोई सहायता राशि नहीं मिली है। बैठक में नगर निगम मंडी के सभी 15 वार्डों के पार्षदों सहित पांच मनोनीत पार्षदों ने भाग लिया। इस दौरान सभी पार्षदों ने अपने अपने वार्डों में चल रहे विकास कार्यों को रखा। वहीं वार्डों में पेश आ रही समस्याओं पर चर्चा की गई। इस बैठक में निगम के आयुक्त एचएस राणा, महापौर विरेंद्र भट्ट शर्मा, उपमहापौर माधूरी क पूर, सभी वार्डो के पार्षद, मनोनित पार्षद मौजूद रहे।
