धर्मशाला। प्रदेशभर में लगभग दो महीने बाद मंगलवार शाम से शुरू हुई बािरश और बर्फबारी का सिलसिला जारी है। जिससे प्रदेशभर में ठंड तो कड़ाके की पड़ रही है, लेकिन दूसरी तरफ यहीं बारिश और बर्फबारी फसलों के लिए संजीवनी की तरह साबित हुई है। मंगलवार शाम से हो रही हल्की बारिश से किसानों-बागबानों के …
धर्मशाला। प्रदेशभर में लगभग दो महीने बाद मंगलवार शाम से शुरू हुई बािरश और बर्फबारी का सिलसिला जारी है। जिससे प्रदेशभर में ठंड तो कड़ाके की पड़ रही है, लेकिन दूसरी तरफ यहीं बारिश और बर्फबारी फसलों के लिए संजीवनी की तरह साबित हुई है। मंगलवार शाम से हो रही हल्की बारिश से किसानों-बागबानों के चहरे खिल उठे है। प्रदेश भर में पिछले दो महीनों से सूखे की स्थिति बनी हुई थी। बारिश होने से किसानों-बागवानों की फसलों में नुकसान होने से चिंता बढ़ती जा रही थी, कृषि विभाग के पांच जिलों में पिछले कुछ दिनों में करीब 18 करोड़ का नुकसान देखने को मिला है, लेकिन अब बारिश होने के चलते किसानों की चिंता कम हुई है और किसानों की ही तरह फसलें ने भी राहत की सांस ली है। लंबे समय से सूखे की मार झेल रही फसलों के लिए यह बारिश अब संजीवनी का काम करेगी। बारिश न होने के कारण सूखे की समस्या ज्यदातर मैदानी क्षेत्रों में बनी हुई थी। इन क्षेत्रों में अधिकतर खेती बारिश पर ही निर्भर रहती है। वहीं दूसरी तरफ बर्फबारी न होने के चलते धौलाधार पहाडिय़ों पर बर्फ न होने के चलते जल शक्ति विभाग के कई नेचुरल वाटर सोर्स भी सूखने की कगार पर पहुंच चुके थे, जिससे पानी का संकट गहराने लगा था।
लेकिन अब बारिश और बर्फबारी के बाद दोबारा से चार्ज होने में सहायता मिलेगी, हालांकि अभी ओर ज्यादा बारिश और बर्फबारी की जरूरत है। वहीं मौसम विभाग की माने तो विभाग की ओर से कुछ दिन तक बारिश और बर्फबारी का येलो अलर्ट बताया गया है। धौलाधार की पहाडिय़ों पर बर्फबारी होने से पेयजल की समस्या थोड़ी कम होगी। वहीं बारिश के पेयजल स्रोत भी थोड़ा भर जाएंगे। हिमाचल प्रदेश में हुए ताजा भारी हिमपात से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। प्रदेश में बर्फबारी और बारिश किसान-बागवानों की फसलों के लिए सौगात बनकर बरसी है। किसान लंबे समय से अच्छी बर्फबारी का इंतजार कर रहे थे, बारिश न होने के चलते जमीन में नमी की खत्म होती जा रही थी, जिससे फसले पीली पडऩे लग पड़ी थी। वहीं किसानों ने बताया कि ये बर्फबारी किसानों की फसलों के लिए खाद का काम करेगी। किसान ताजा बर्फबारी के बाद फसलों की बिजाई और बुआई कर सकते हैं। जल शक्ति विभाग धर्मशाला डिवीजन के एक्सईन ने बताया कि धर्मशाला में जल शक्ति विभाग के जल स्त्रोतों में 0 से 25 प्रतिशत के बीच पानी कम हो गया था। सीजन की बारिश और बर्फवारी एक रिफ्रेशर की तरह साबित हुई है। बारिश और बर्फबारी से अब जल स्त्रोत रिचार्ज हो जाएंगे