सोलन। पुलिस अधीक्षक सोलन द्वारा चलाएं नशे के प्रति विशेष कार्यक्रम रुस्तम ने अब जोर पकड़ लिया है, युवा भी अब उनके साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं और नशे के प्रति जागरूकता फैला रहे हैं। इसी कड़ी में सोलन मॉल रोड पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सहभागिता टीम ने युवा पीढ़ी को नशे …
सोलन। पुलिस अधीक्षक सोलन द्वारा चलाएं नशे के प्रति विशेष कार्यक्रम रुस्तम ने अब जोर पकड़ लिया है, युवा भी अब उनके साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं और नशे के प्रति जागरूकता फैला रहे हैं। इसी कड़ी में सोलन मॉल रोड पर नुक्कड़ नाटक के माध्यम से सहभागिता टीम ने युवा पीढ़ी को नशे के प्रति जागरूक किया और नशे के दुष्प्रभाव के बारे में बताया, नशा एक धीमा जहर है, जो धीरे-धीरे करके युवाओं को अपनी चपेट में ले रहा है। बता दें कि सोलन पुलिस की रुस्तम योजना के तहत सोलन जिला के युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक किया जा रहा है और साथ ही सकारात्मक कार्यों और खेलों में उनकी सहभागिता भी सुनिश्चित की जा रही है। पुलिस अधीक्षक सोलन और अन्य सभी अधिकरियों द्वारा युवाओं के साथ सीधा संपर्क स्थापित किया जा रहा है। इसके अलावा पुलिस टीमों द्वारा शिक्षण संस्थाओं में जाकर अवेयरनेस कैंप का आयोजन भी किया जा रहा है। टीम छात्रों के पास जाकर उन्हें नशे के दुष्प्रभाव के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
इस मुहिम में उनकी सकारात्मक भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है। इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम लगातार जिला के अन्य विश्वविद्यालय व कालेज प्रशासन से मिल कर भी आयोजित किए जा रहे हैं, व आगामी सत्र में भी छात्र-छात्राओं को जागरूक किया जाएगा। सहभागिता टीम की ओर से आए युवाओं का कहना है कि पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह द्वारा चलाएं इस प्रोग्राम के तहत हम महीने के एक दिन नशे के प्रति सभी को जागरूक करते हैं, और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नशे के दुष्प्रभाव के बारे में सभी को बताते हैं। उन्होंने कहा कि आज के दौर में युवा वर्ग आधुनिकता की दौड़ की जगह नशे की चपेट में ज्यादा आ रहा है और अधिकतर पढ़े-लिखे युवा ही चिट्टे जैसे नशे का सेवन कर रहे हैं, अगर अभी युवा पीढ़ी में सुधार नहीं आया तो धीरे-धीरे कर नशे का धीमा जहर सभी को अपनी चपेट में ले लेगा। युवाओं ने पुलिस अधीक्षक सोलन गौरव सिंह का विशेष धन्यवाद करते कहा कि उन्होंने युवाओं को अपनी टीम में शामिल किया और इस विशेष कार्यक्रम का हिस्सा बनाया है। उन्होंने कहा कि हमारा आगामी दिनों में भी यही प्रयास रहेगा की रुस्तम कार्यक्रम को घर-घर तक पहुंचाया जाए।