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पर्ची में डाली आईडी से मरीजों की हिस्ट्री होगी ट्रेस

24 Jan 2024 5:33 AM GMT
पर्ची में डाली आईडी से मरीजों की हिस्ट्री होगी ट्रेस
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शिमला। देश के किसी भी अस्पताल से यदि मरीज को आईजीएमसी में रैफर किया जाता है। ऐसे मरीजों व स्वजनों को बीमारी की कोई डिटेल बताने की जरूरत नहीं रहेगी। अस्पताल में मरीज जब पर्ची बनेगी तो उसमें एक कॉमन आईडी डाली जाएगी। उस समय पंजीकरण नंबर दिया जाएगा। इस नंबर को डालकर मरीज की …

शिमला। देश के किसी भी अस्पताल से यदि मरीज को आईजीएमसी में रैफर किया जाता है। ऐसे मरीजों व स्वजनों को बीमारी की कोई डिटेल बताने की जरूरत नहीं रहेगी। अस्पताल में मरीज जब पर्ची बनेगी तो उसमें एक कॉमन आईडी डाली जाएगी। उस समय पंजीकरण नंबर दिया जाएगा। इस नंबर को डालकर मरीज की बीमारी की पूरी हिस्ट्री पता लग सकेगी। इसके लिए आईजीएमसी प्रशासन ने पूरे प्रदेश का एक केंद्रीय सिस्टम शुरू किया है। ये है आईजीएमसी प्रशासन का प्लान आईजीएमसी में मंगलवार से इसके तहत पर्ची बनाना शुरू कर दिए है। इसमें जो भी आईडी पर्ची पर होगी। उस आईडी के माध्यम से किसी भी अस्पताल में मरीज की बीमारी की पूरी हिस्ट्री राज्य के सभी अस्पताल में मौजूद होगी।

मरीज को लाने पर पहले करवाए गए सभी टेस्ट ये पहले क्या दवाएं दे चुके हैं। इसकी पूरी पर्चियां मरीजों को लानी होती है। मरीज के स्वजन को मरीज के साथ ही उनके दस्तावेजों की पूरी फाइल भी उठा कर लानी होती है। भविष्य में इस सिस्टम के लागू होने के बाद इससे छुटकारा मिलेगा। इसके साथ ही आईजीएमसी में इलाज करवाकर जो मरीज बाद में प्रदेश के दूसरे हिस्से के अस्पताल में दवा के लिए जाएंगे, उन्हें भी इस काम आईडी से लाभ होगा। मरीजों की यदि रिपोर्ट घूम हो जाती है तो मरीजों को परेशान होने की जरूरत नहीं है न ही मरीजों को द्वारा टेस्ट करवाने की जरूरत भी नहीं है। अस्पताल में अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली को शुरू कर दिया है। इसमें मरीज की सारी रिपोर्ट मिल जाएगी। अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली वह प्रणाली है जो रोगी के स्वास्थ्य डेटा को बताती है। इसमें रोगी का पूरा डाटा होता है। इसमें मरीज की पंजीकरण से लेकर मरीजों की रिपोर्ट ,लैब टैस्ट व टेस्ट की पूरी जानकारी प्रदान होगी।

मंगलवार से अस्पताल में अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली को शुरू कर दिया है। इसके शुरू होने से मरीजों को अस्पताल में परेशान होने की जरूरत नहीं होगी। इसके माध्यम से मरीज की पूरी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। पूरे प्रदेश के अस्पतालों के लिए कॉमन आईडी जारी की जाएगी।

डा. राहुल रॉव, एमएस आईजीएमसी

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