ऊना। जिला ऊना में इन दिनों सर्दी के मौसम में लोगों को गर्मी के मौसम का एहसास हो रहा है। दोपहर के समय सूर्य की तेज किरणों के चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सर्दी के फरवरी माह में लोगों को अप्रैल माह की गर्मी का एहसास हो रहा है। …
ऊना। जिला ऊना में इन दिनों सर्दी के मौसम में लोगों को गर्मी के मौसम का एहसास हो रहा है। दोपहर के समय सूर्य की तेज किरणों के चलते लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सर्दी के फरवरी माह में लोगों को अप्रैल माह की गर्मी का एहसास हो रहा है। जिले में रात के समय भयंकर सर्दी व दिन में अधिकतम तापमान दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। इसके चलते जहां लोगों को जितनी परेशानी सुबह-सवेरे ठंड के कारण झेलनी पड़ी तो दूसरी ओर दिन के समय लोगों को चुभती गर्मी से दो-चार होना पड़ रहा है। मौसम विभाग ने रविवार को जिला का न्यूनतम तापमान 3.0 डिग्री सेल्सियस मापा तो अधिकतम तापमान 23.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया। वहीं, शनिवार को जिला का न्यूनतम तापमान 2.7 दर्ज किया गया तो अधिकतम तापमान 22.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। शुक्रवार को जिला का न्यूनतम तापमान 2.0 डिग्री सेल्सियस मापा गया था तो अधिकतम तापमान 23.0 डिग्री सेल्सियस रहा।
इसके अलावा गुरुवार को जिला का न्यूनतम तापमान 1.6 डिग्री सेल्सियस था तो अधिकतम तापमान 22.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं, शहर ऊना के लोगों में अजय शर्मा, रूही शर्मा, राज कुमार, विपिन कुमार, दया, राहुल शर्मा, प्रेम कुमार, दयावंती, रोहानी, प्रेमा, रोमन, दिया, प्रिया, काजल, अजय, कमला, अनु, प्रीत, शालू, बीनू, सतीश कुमार, रविंद्र कुमार, पिहू, दिनेश कुमार, बलविंद्र ङ्क्षसह, कुलविंद्र ङ्क्षसह, राजेंद्र कुमार, मोहन लाल, अश्वनी कुमार, दरवारा लाल, भीम सिंह, मोहन वर्मा, जगतार शर्मा, सुचारिता चौधरी, रमन कुमार आदि ने कहा कि बारिश के बाद मौसम खुलने से अब दिन व दिन गर्मी बढ़ रही है। जिससे लोगों को चुभती गर्मी ने अब परेशान करना शुरू कर दिया है। वहीं, मौसम विशेषज्ञ विनोद कुमार शर्मा ने कहा कि अब धीरे-धीरे सर्दी का मौसम खत्म हो रहा है और मौसम दिन-प्रतिदिन बदल रहा है। सीएमओ डा. संजीव वर्मा ने कहा कि सर्दियों के मौसम अंतिम पड़ाव पर है, लेकिन सुबह-शाम की ठंड अभी गई नहीं है। इसलिए लोग यह न समझे कि सर्दी खत्म हो गई है। क्योंकि ज्यादा मौसम का प्रभाव बदलते मौसम में ही पड़ता है। जिला के लोग गर्म वस्त्रों को ठंड के अनुसार पहनते रहे। ताकि सर्दी का मौसम जाते समय भी कोई क्षति न पहुंचाएं।