
अयोध्या। राम मंदिर में प्रभु की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या नगरी सुरक्षा के मोर्चे पर अभेद्य किले में तबदील हो चुकी है। प्रधानमंत्री की उपस्थिति में होने वाले इस समारोह में करीब 8000 वीआईपी अतिथि रहेंगे। यही वजह है कि आसमान से लेकर जमीन तक कड़ी निगरानी और सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। ऊपर ड्रोन …
अयोध्या। राम मंदिर में प्रभु की प्राण-प्रतिष्ठा से पहले अयोध्या नगरी सुरक्षा के मोर्चे पर अभेद्य किले में तबदील हो चुकी है। प्रधानमंत्री की उपस्थिति में होने वाले इस समारोह में करीब 8000 वीआईपी अतिथि रहेंगे। यही वजह है कि आसमान से लेकर जमीन तक कड़ी निगरानी और सुरक्षा की व्यवस्था की गई है। ऊपर ड्रोन से सिक्योरिटी मॉनिटरिंग होगी। 10 हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे भी इंस्टॉल हुए हैं, जो चप्पे-चप्पे की निगहबानी करेंगे। 22 जनवरी को अयोध्या में परिंदा भी पर न मार सके, इसलिए ड्रोन और सीसीटीवी के अलावा बड़ी संख्या में विशेष तौर पर प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मियों की तैनाती होगी। वे ऑटोमैटिक हथियारों से लैस होंगे और इन जवानों में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में तैनात रहने वाले एसपीजी से लेकर एटीएस तक के स्पेशल कमांडो तैनात किए जाएंगे।
सुरक्षा तैयारी में कार्यक्रम के दौरान संभावित तौर पर किसी भी आसमानी हमले से निपटने के लिए एंटी ड्रोन सिस्टम से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कमांड कंट्रोल सिस्टम बनाए गए हैं। यहां के एसपी प्रवीण रंजन ने बताया कि राम मंदिर की सुरक्षा में सीआरपीएफ की छह कंपनी, पीएसी की तीन कंपनी, एसएसएफ की नौ कंपनी और एटीएस और एसटीएफ की एक-एक यूनिट चौबीसों घंटे तैनात रहेंगी। इसके साथ ही 300 पुलिसकर्मी, 47 फायर सर्विस, 40 रेडियो पुलिस के जवान, 37 लोकल इंटेलिजेंस, दो बम डिटेक्शन स्कवॉड की टीम और दो ही एंटी सबोटाज स्क्वॉड की टीम तैनात की गई हैं। सबसे अधिक सुरक्षा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए सुनिश्चित की गई है। पीएम के सुरक्षा घेरे में तीन डीआईजी, 17 एसपी, 40 एएसपी, 82 डीएसपी, 90 इंस्पेक्टर के साथ-साथ 1000 से ज्यादा कांस्टेबल और चार कंपनी पीएसी तैनात रहेंगी। निगरानी के लिए यूपी पुलिस ने दस हजार से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं, जिन लोगों के दुकानों और घरों के सामने सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, उनको भी पुलिस कंट्रोल रूम से जोड़ा गया है।
