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आत्महत्या के लिए उकसाने पर 54, सुसाइड के 669 मामले दर्ज

8 Feb 2024 4:34 AM GMT
आत्महत्या के लिए उकसाने पर 54, सुसाइड के 669 मामले दर्ज
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शिमला। प्रदेश में मानसिक तनाव के चलते आए दिन आत्महत्या के मामले सामने आ रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2023 में 723 लोगों ने आत्महत्या की है। इनमें आत्महत्या के लिए उकसाने के 54 मामले 306 आईपीसी के तहत दर्ज किए हैं। इसके अलावा 669 मामले सीआरपीसी की धारा 174 के तहत दर्ज किए हैं। …

शिमला। प्रदेश में मानसिक तनाव के चलते आए दिन आत्महत्या के मामले सामने आ रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2023 में 723 लोगों ने आत्महत्या की है। इनमें आत्महत्या के लिए उकसाने के 54 मामले 306 आईपीसी के तहत दर्ज किए हैं। इसके अलावा 669 मामले सीआरपीसी की धारा 174 के तहत दर्ज किए हैं। हिमाचल प्रदेश में वर्ष 2023 में 723 लोगों ने आत्महत्या की है। अधिकतर मामलों में आत्महत्या करने के पीछे मानसिक तनाव ही कारण माना जा रहा है। आत्महत्या के मामलों में कोई घर की परेशानी से दुखी होकर फंदा लगा रहा है, तो कोई कारोबार ठप होने से परेशान होकर आत्महत्या कर रहा है। पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी किए तीन साल के आंकड़ों के अनुसार आत्महत्या और आत्महत्या के लिए उकसाने के मामलों में कमी दर्ज की गई है। इसमें 306 आईपीसी के तहत दर्ज किए गए।

आत्महत्या के लिए उकसाने के मामलों में वर्ष 2021 में 67 मामले, 2022 में 74 मामले और 2023 में 54 मामले दर्ज किए हैं। इसके अलावा सीआरपीसी की धारा-174 के तहत आत्महत्याओं से संबंधित मामलों में भी कमी आई है। सीआरपीसी की धारा-174 के तहत आत्महत्याओं के मामलों में वर्ष 2021 में में 850 मामले, वर्ष 2022 में 692 मामले और वर्ष 2023 में 669 मामले दर्ज किए है। डीजीपी संजय कुंडू ने कहा कि पुलिस विभाग आत्महत्याओं के बहुमुखी मुद्दे को संबोधित करने, निवारक उपायों और संवेदनशील जांच दोनों को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में आत्महत्याओं की संख्या और संबंधित जांच कार्यवाहियों में उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि इन संख्याओं में कमी उत्साहजनक है, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य और आत्महत्या के मुद्दों से जुड़ी जटिलता और संवेदनशीलता को स्वीकार करना आवश्यक है।

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